लखनऊः कोराना वायरस के चलते देश को 17 मई तक के लिए लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के कारण मजदूरों को अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के लाभार्थियों को 225.39 करोड़ रुपये राशि डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के जरिए बांटी है। सीएम ने अपने कार्यालय में बैठक के दौरान यह मानदेय की धनराशि ट्रांसफर की।इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे प्रदेश की जनसंख्या 23 करोड़ है। इसलि हमारा प्रयास होना चाहिए कि मई के अंत तक 50 लाख लोगों को रोजाना रोजगार दे सकें। यह तभी संभव हो पाएगा जब हर रोजगार सेवक पूरे मजबूती साथ के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा रोजगार सृजन का एक बड़ा माध्यम बन सकता है। हमारी सरकार ने 22 से 24 लाख लोगों को रोजगार देने की व्यवस्था की। इसे और तेज करने की जरूरत है। प्रदेश की जनसंख्या के अनुसार प्रतिदिन 50 लाख लोग मनरेगा के साथ जुड़े।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रवासी मजदूरों को चुनौती करार देते हुए कहा कि उनकी सरकार इसे स्वीकार करते हुए उन्हें नौकरी और रोजगार देने की तैयारी कर रही है। अब तक नौ लाख से ज्यादा कामगारों और श्रमिकों को घर में ही पृथक-वास में भेजा गया है। इसमें से सात लाख श्रमिक पृथक-वास की अवधि पूरी कर चुके हैं। सरकार अब उन्हें नौकरी और रोजगार देने की तैयारी कर रही है।
योगी ने कहा कि पिछले चार दिन में तीन लाख से ज्यादा लोग बसों और ट्रेनों से उत्तर प्रदेश आए हैं। निकट भविष्य में 10 लाख से ज्यादा लोग और आने हैं। 20 लाख लोगों को रोजगार देने की तैयारी के लिए राज्य सरकार श्रम सुधार लेकर आई है। श्रम सुधार करना और उसे लागू करना जरूरी था। ये उन्हीं जगह लागू किए जाएंगे, जहां नई इकाइयां लगेंगी। इसके साथ उन पुरानी इकाइयों में भी यह लागू होगा, जहां नए श्रमिकों को रखा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक 48.7 फीसदी मामले 30 से 40 वर्ष वालों में पाये गये हैं। प्रदेश में अब तक 72 जिलों से 3520 मामले संक्रमण के आए हैं। कुल 1655 लोग पूर्णतया उपचारित हो चुके हैं। कुल 79 लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण से हुई है। ऐसे व्यक्ति जिनका अभी इलाज चल रहा है ऐसे मामलों की संख्या 1786 है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, जो लोग 'आरोग्य सेतु' ऐप का लगातार उपयोग कर रहे हैं, उनके लिए जो भी एलर्ट आ रहे हैं, वो लोगों को भेजे जा रहे हैं। एक समानान्तर व्यवस्था भी की गई है। जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं, उन्हें लगातार नियंत्रण कक्ष से फोन किया जा रहा है। अब तक 2058 ऐसे लोगों को फोन किया जा चुका है और उनमें से नौ कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए।