लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर करारा हमला किया। सीएम योगी ने कहा कि 5 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में दंगे, अराजकता और गुंडागर्दी हुआ करती थी, लेकिन अब राज्य में शांति है, अराजकता और गुंडागर्दी के लिए कोई जगह नहीं है। समाज का हर वर्ग विकास के साथ आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि विगत पांच वर्षों में हमने अनेक चुनौतियों का सामना किया है। हमें एक बीमारू प्रदेश मिला था, स्थिति बिगड़ी हुई थी, अराजकता थी, दंगों की संस्कृति थी और ऐसे में टीम उप्र ने लगातार प्रयास कर एक नई कार्यसंस्कृति तैयार किया और हमने साबित किया कि उत्तर प्रदेश दंगामुक्त हो सकता है।
योगी ने कहा कि यह साबित हो गया है कि उत्तर प्रदेश साम्प्रदायिक सौहार्द का उदाहरण बन सकता है और यह बड़ी उपलब्धि है । मुख्यमंत्री ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मण्डल, जनपद, तहसील एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों, कानून-व्यवस्था और अन्य विषयों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता को शासन की नीतियों का समुचित लाभ दिलाने, राज्य के समग्र विकास और प्रदेश की छवि बदलने में फील्ड में तैनात अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि विगत पांच वर्षों में हमने अनेक चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने कहा कि हमें एक बीमारू प्रदेश मिला था, हमने साबित किया कि उत्तर प्रदेश दंगामुक्त हो सकता है और साम्प्रदायिक सौहार्द का उदाहरण बन सकता है जो एक बड़ी उपलब्धि है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य के प्रत्येक युवा को नि:शुल्क स्मार्टफोन और टैबलेट देकर 'स्मार्ट' बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ‘डॉक्टर शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय’ के 886 छात्रों को मुफ्त स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण समारोह के दौरान उक्त बात कही।
उन्होंने विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी विभाग के नये भवन की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें समय के अनुसार चलना होगा और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार करना होगा। कोविड-19 महामारी के दौरान शिक्षा सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक थी, जब सामान्य कक्षाएं, परीक्षाएं और प्रैक्टिकल सब रोक दिए गए थे। उसी समय मैंने एक करोड़ विद्यार्थियों को स्मार्टफोन और टैबलेट देने का फैसला लिया था ताकि उनकी पहुंच अपनी ऑनलाइन कक्षाओं तक बनी रहे और वे इसका उपयोग परीक्षा की तैयारियों में भी करें।’’
प्रसिद्ध कवि सूरदास, जोकि दृष्टिहीन थे, का उदाहरण देते हुए योगी ने कहा कि किसी को उसके रूप से नहीं बल्कि गुण से आंकना चाहिए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ लेने के बाद योगी पहली बार विद्यार्थियों को स्मार्टफोन/टैबलेट बांट रहे थे। उन्होंने 25 दिसंबर, 2021 को लखनऊ में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम से टैबलेट बांटने की शुरुआत की थी।
(इनपुट एजेंसी)