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UP By-Election 2024: 9 सीट पर 57.32 फीसद मतदान?, सपा के कब्जे वाली सीटों पर बंपर वोटिंग, भाजपा की परेशानी बढ़ी! 

By राजेंद्र कुमार | Updated: November 20, 2024 18:23 IST

UP By-Election 2024: उत्तर प्रदेश में बुधवार को जिन नौ विधानसभा सीट पर चुनाव हो रहे हैं, वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में इन सीट पर 62.14 फीसदी मतदान हुआ था.

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ठळक मुद्दे बीते विधानसभा चुनाव के मुक़ाबले इस बार नौ सीटों पर मतदान कम हुआ है.सपा ने चार, भाजपा ने तीन, आरएलडी ने एक और एक सीट निषाद पार्टी ने जीती थी.सीटों पर जीत हासिल करने के लिए सीएम योगी ने अपने 30 मंत्रियों की ड्यूटी लगाई थी.

UP By-Election 2024: उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव को 2027 का सेमीफाइनल माना जा रहा है लेकिन लोगों ने इस चुनाव में वोट डालने में ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया. हालांकि सूबे की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए यह उपचुनाव बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. उन्होने सभी नौ सीटें जीतने का दावा भी किया हुआ है. इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कब्जे वाली सीटों पर मतदान कम हुआ है. जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के कब्जे वाली हर सीट पर लोग बड़ी संख्या में वोट डालने के लिए निकले. फिलहाल सपा के कब्जे वाली सीटों पर ज्यादा वोटिंग होने के चलते भाजपा की परेशानी बढ़ी है. हालांकि बीते विधानसभा चुनाव के मुक़ाबले इस बार नौ सीटों पर मतदान कम हुआ है.

मंत्रियों की चौपाल से नहीं बढ़ी वोटिंग

उत्तर प्रदेश में बुधवार को जिन नौ विधानसभा सीट पर चुनाव हो रहे हैं, वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में इन सीट पर 62.14 फीसदी मतदान हुआ था. तब सीसामऊ में 56.85 फीसदी, खैर सीट पर 60.80 फीसदी, कुंदरकी सीट पर 71.26 फीसदी, मीरापुर सीट पर 68.65 फीसदी, करहल सीट पर 66.11 फीसदी, गाजियाबाद सीट पर 51.77 फीसदी, कटेहरी सीट पर 62.5 फीसदी, फूलपुर सीट पर 61.1 फीसदी और मझवां सीट पर 60.3 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस वोटिंग के आधार पर सपा ने चार, भाजपा ने तीन, राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने एक और एक सीट निषाद पार्टी ने जीती थी.

इस बार इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए सीएम योगी ने अपने 30 मंत्रियों की ड्यूटी लगाई थी. इन मंत्रियों को तय किए गए विधानसभा क्षेत्रों में जाकर जनता के बीच चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं का निदान करने का टास्क दिया गया था ताकि भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में बंपर वोटिंग हो. लेकिन मतदान के दौरान ऐसा नहीं हुआ

लोगों के वोट डालने में ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया. जिसके चलते भाजपा के कब्जे वाली खैर, फूलपुर, गाजियाबाद सीट पर वोटिंग कम हुई. जबकि सपा के कब्जे वाली सीटों  प्रभाव वाली सीटों कुंदरकी, करहल और कटेहरी सीट पर लोगों के पुलिस के तमाम अवरोध के बाद भी बड़ी संख्या में वोट डाले.

शाम पांच बजे तक हुआ मतदान

ऐसा क्यों हुआ ? इस सवाल पर लोगों कहना है कि नौ विधानसभा सीटों पर हो रहो उपचुनाव के परिणामों से सूबे में कोई सत्ता परिवर्तन नहीं होना है. सिर्फ भविष्य की राजनीतिक दशा और दिशा तय होने वाली है. इसी वजह से लोगों ने वोट डालने में ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया. जिसके चलते नौ सीटों शाम पांच बजे तक करीब 52 प्रतिशत मतदान हुआ.

सबसे कम 33.30 फीसदी मतदान गाजियाबाद सीट पर हुआ, जबकि सबसे अधिक 57.32 फीसदी वोट कुंदरकी सीट पर पड़े. मीरापुर सीट पर 57.02 फीसदी, मझवां सीट पर 50.41 फीसदी, खैर सीट पर 46.35 फीसदी, फूलपुर सीट पर 43.43 फीसदी, करहल सीट पर 53.92 फीसदी, कटेहरी सीट पर 56.69 फीसदी, सीसामऊ सीट पर 49.03 फीसदी मतदान हुआ है.

टॅग्स :उपचुनावउत्तर प्रदेशसमाजवादी पार्टीBJP
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