UP By-Election 2024 Live Updates: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव बुधवार को चुनाव आयोग की कार्य प्रणाली को लेकर भड़क गए. हुआ यह है कि सूबे की नौ सीटों पर हो रहे मतदान के बीच कई जगहों पर पुलिसकर्मियों ने चुनाव आयोग ही अनदेखी की. इन लोगों में वोटदेने का जा रहे मुस्लिमों के वोटर आईडी चेक किए. इसके तमाम वीडियो सपा नेताओं ने बनाए और उन्हे अखिलेश यादव को भेजा. जिन्हे देखकर अखिलेश यादव खफा हुए और उन्होने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग को आड़े हाथों लिया. अखिलेश ने कहा कि चुनाव आयोग की इंद्रिया काम नहीं कर रही हैं. न उसे सुनाई दे रहा है और न ही दिखाई. प्रदेश में योगी सरकार का सिंहासन हिल रहा है. इसलिए पुलिस विपक्ष के लोगों को वोट डालने से रोक रहे हैं और चुनाव आयोग मूक दर्शक बना हुआ है.
गड़बड़ी करने वाले कर्मचारियों की जाएगी नौकरी
चुनाव आयोग पर यह आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने पुलिस द्वारा वोटर्स को रोककर उनसे पूछताछ करने के कई वीडियों जारी किए. इस दौरान अखिलेश ने यह भी कहा कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनाव में हार का डर सता रहा है, इसलिए वह बेईमानी पर उतर आई है. हमारे लोग चुनाव में की जा रही गड़बड़ी से जुड़े सारे वीडियो और फोटो जुटा रहे हैं, पुलिस के लोग जो शामिल हैं उनके नाम और पद की भी जानकारी जुटाई जा रही है, हम इनके खिलाफ कोर्ट जाएंगे, कोर्ट किसी को भी नहीं छोड़ेगा.
अखिलेश ने यह दावा भी किया कि चुनाव का परिणाम हमारे पक्ष में आएगा और चुनाव में बेईमान करने वाले अधिकारियों के खिलाफ वह कड़ी कार्रवाई करवाएंगे. चुनाव में गड़बड़ी करने वाले कर्मचारियों की नौकरी, पीएफ, पेंशन छिन जाएगी. यहीं नहीं ऐसे कर्मचारियों के परिवार, रिश्तेदार समाज में बनी बनाई इज्जत भी जाएगी और उन पर बेईमानी करने का ठप्पा लगेगा.
जनता इन्हें किस निगाह से देखेगी यह कहने की जरूरत नहीं है. अखिलेश यादव ने कुंदरकी के थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार सेहरावत, मेटाडेर की पुलिस थानाध्यक्ष किरण पाल सिंह, एडीएम मुरादाबाद, डीएसओ अजय प्रताप सिंह और कमिश्नर आंजनेय सिंह का नाम लेते हुए इन पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया. और कहा कि चुनाव आयोग ने उन्हे भरोसा दिया है कि बेईमान अधिकारियों के खिलाफ सबूत दें तो कार्रवाई की जाएगी.
आयोग का एक्शन
इसी के कुछ देर बाद ही चुनाव आयोग ने चुनाव कराने के लिए जारी की गई गाइडलाइन की अनदेखी करने के चलते यूपी के सात अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है. जिसके तहत मुरादाबाद में तीन, मुजफ्फरनगर के दो और कानपुर के दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया. पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगा था कि वोट डालने जा रहे मतदाताओं के वोटर कार्ड चेक किए और उन्हें वोट डालने से रोका गया. कानपुर के सीसामऊ में मतदाताओं के पहचान पत्र चेक करने के मामले में आयोग ने सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह और राकेश कुमार नादर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है.
सपा नेताओं की शिकायत और भेजे गए वीडियो का संज्ञान लेते हुए आयोग ने यह एक्शन लिया है. इसके साथ आयोग ने मुरादाबाद के एक पुलिस अधिकारी और दो सिपाही को चुनावी ड्यूटी से हटा दिया है. यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा का कहना है कि चुनाव में गड़बड़ी करने के वाले अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा.