UP BJP Political Updates deputy CM Keshav Maurya: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद उत्तर प्रदेश भाजपा में बदलाव होने की पूरी संभावना है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने रहेंगे। लेकिन संगठन और मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 10 सीट पर उपचुनाव के बाद फेरबदल किया जाएगा। उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में बैठक हो रही है। इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी उठापटक को लेकर भाजपा पर हमला किया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सांसद अखिलेश ने कहा कि भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में, उप्र में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है। जनता के बारे में सोचनेवाला भाजपा में कोई नहीं है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की। भाजपा अध्यक्ष के साथ बैठक के बाद भाजपा मुख्यालय से बाहर निकलते समय मौर्य ने मीडियाकर्मियों के सामने कोई टिप्पणी नहीं की। सूत्रों ने बताया कि नड्डा भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से भी मुलाकात की।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा भाजपा में अंदरूनी कलह के आरोप के बारे में पूछे जाने पर यूपी के मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। सभी लोग मिलकर काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में विकास दिख रहा है? 24 कैरेट का सोना बहुत मुश्किल से मिलता है। एक आधा कैरेट कम हो तो सोने की कीमत थोड़ी न घट जाती है।
मौर्य की जेपी नड्डा के साथ हुई इस मुलाकात में क्या एंजेडा रहा इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि नड्डा के साथ मौर्य की यह बैठक रविवार को प्रदेश की विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक में उपमुख्यमंत्री के इस बयान के बाद महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि ‘‘संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है।’’
नड्डा ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में चुनावी हार के लिए अति आत्मविश्वास को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि पार्टी विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के प्रचार अभियान का प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सकी। मौर्य ने अपेक्षित परिणाम न मिलने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि 2024 में कार्यकर्ताओं के प्रयासों के बावजूद नतीजे अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे।
मौर्य ने यह भी कहा कि संगठन सरकार से बड़ा था, बड़ा है और हमेशा बड़ा रहेगा और मैं उपमुख्यमंत्री बाद में हूं, पहले कार्यकर्ता हूं। रविवार को यहां डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के आंबेडकर सभागार में आयोजित भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की एक दिवसीय बैठक को संबोधित करते हुए मौर्य ने कहा, '' हम कार्यकर्ताओं ने 2014 में मोदी जी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) की सरकार बनाने में योगदान दिया। वर्ष 2017 में प्रदेश में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार, 2019 में फिर मोदी जी की सरकार और 2022 में योगी जी (योगी आदित्यनाथ) के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनाने में अपना अमूल्य योगदान दिया। हालांकि वर्ष 2024 में हमारे प्रयासों के बावजूद परिणाम हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे।''
मौर्य ने कहा, ''सपा और कांग्रेस ने झूठ और फरेब कर थोड़े समय के लिए हमें पीछे किया है, लेकिन 2027 में फिर से 300 पार के लक्ष्य के साथ प्रदेश में भाजपा सरकार बनायेंगे।'' उन्होंने कहा, ''भाजपा कार्यकर्ताओं का भाव हनुमानजी जैसा है। ये थोड़े समय के लिए सपा-कांग्रेस के झूठ और फरेब के कारण अपनी शक्ति को भूले हैं।
2027 में ये दोबारा अपने सामर्थ्य से विपक्षी गठजोड़ को पराजित करेंगे और साबित करेंगे कि भाजपा अपराजेय है।'' उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय हम यह नहीं सोच सकते थे कि केंद्र में भाजपा अकेले के दम पर सरकार बना सकती है, 2014 में कार्यकर्ताओं ने इस मिथक को तोड़ा, 2019 में प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन को पराजित कर मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनाई। मौर्य ने कहा, ''झूठ की मशीन बन चुके विपक्ष को जवाब देने का समय आ गया है।