UP Assembly Elections 2022:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले चरण में शाम 6 बजे तक 60.17 फीसदी मतदान हुआ है। 11 जिलों के 58 विधानसभा क्षेत्रों में वोट पड़े। निर्वाचन आयोग कार्यालय के मुताबिक मतदान कार्य कोविड प्रोटोकॉल के तहत सुबह सात बजे शुरू हुआ जो शाम छह बजे तक चला।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा,''उप्र विधानसभा 2022 का प्रथम चरण आज शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया। लोकतंत्र के महोत्सव में अपने अमूल्य मत का प्रयोग कर सहभागिता करने वाले सभी सम्मानित मतदाताओं का हार्दिक धन्यवाद। आपका मतदान 'नए उत्तर प्रदेश' की नींव को मजबूती प्रदान करेगा। भारत माता की जय।''
अपर मुख्य चुनाव अधिकारी (एसीईओ) बी डी राम तिवारी ने बताया, "कुछ जगहों पर ईवीएम में तकनीकी खराबी की खबरें आई हैं।" उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद उन ईवीएम को बदला जा रहा था। समाजवादी पार्टी के इस आरोप पर कि कैराना विधानसभा क्षेत्र के दुंदुखेड़ा गांव में मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने दिया गया, तिवारी ने कहा कि संबंधित जिला मजिस्ट्रेट को मामले को देखने के लिए कहा गया था। निर्वाचन आयोग कार्यालय के मुताबिक मतदान कार्य कोविड प्रोटोकॉल के तहत सुबह सात बजे शुरू हुआ जो शाम छह बजे तक चलेगा।
आयोग के मुताबिक आगरा में 60.33 फीसदी, अलीगढ़ में 60.49 फीसदी, बागपत में 61.35 फीसदी, बुलंदशहर में 60.52 फीसदी, गौतम बौद्ध नगर में 56.73 फीसदी, गाजियाबाद में 54.77 फीसदी, हापुड़ में 60.50 फीसदी, मथुरा में 63.28 फीसदी, मेरठ में 60.91 फीसदी, मुजफ्फरनगर में 65.34 प्रतिशत और शामली 69.42 प्रतिशत में मतदान हुआ।
पहले चरण में शामली, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा तथा आगरा जिलों में मतदान हुआ। पहले चरण का चुनाव जाट बहुल क्षेत्र में हो रहा है। इस चरण में राज्य सरकार के मंत्रियों श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग और चौधरी लक्ष्मी नारायण समेत कुल 623 उम्मीदवारों के सियासी भाग्य का फैसला होगा।
इनमें 73 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिये व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी।
उनके मुताबिक कोविड-19 के मद्देनजर मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई थी। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 2.28 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 1.24 करोड़ पुरुष, 1.04 करोड़ महिला तथा 1448 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।
पहले चरण के चुनाव के लिये कुल 10853 मतदान केन्द्र और 26027 मतदेय स्थल बनाये गये हैं तथा मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 48 सामान्य प्रेक्षक, आठ पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। उनका कहना था कि इसके अतिरिक्त 2175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2718 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये हैं।
वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहले चरण की 58 में से 53 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को दो-दो सीटें मिली थी। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल का भी एक प्रत्याशी जीता था। ठंड की वजह से शुरू में मतदान की गति कुछ धीमी रही लेकिन दिन चढ़ने के साथ इसमें काफी तेजी आई।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने इस बारे में बताया कि संबंधित जिलाधिकारी से इस मामले को देख कर समुचित कार्यवाही के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में तकनीकी खराबी की शिकायत की इसके बाद उन मशीनों को बदल दिया गया। उनके अनुसार शुरू में कुछ स्थानों पर वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं जिन्हें कुछ समय बाद दूर कर लिया गया।
बारात ले जाने से पहले दूल्हा वोट डालने पहुंचा
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की सदर विधानसभा क्षेत्र के चार खंबा मतदान केंद्र पर एक दूल्हा बारात ले जाने से पहले वोट डालने पहुंचा। दूल्हा बलराम घुड़चढ़ी की रस्म पूरी कर चार खंबा स्थित मतदान केंद्र पर मोटरसाइकिल से पहुंचा । बलराम ने बताया बारात ले जाने से पहले उन्होंने मतदान करना जरूरी समझा और वोट डालने के बाद बलराम बारात लेकर लोनी के लिए रवाना हुए।
शहर के डीएम कॉलोनी रोड पर बनाए गए मॉडल मतदान केंद्र को गुब्बारों से सजाया गया है और यहां आने वाले मतदाताओं का ढोल बजाकर स्वागत किया जा रहा है । अनूपशहर इलाके के बूथ नंबर 421 पर ईवीएम मशीन में दिक्कत होने की वजह से लोगों को वोट डालने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
वोट डालने आए एक मतदाता ने बताया वह सुबह सात बजे से आए हुए हैं और ईवीएम मशीनें बार बार खराब होने की वजह से वह दो घंटे से कतार में खड़े हैं। डिबाई इलाके के नगला खेड़ा और नगला भूड़ गांव के लोगों ने विकास नहीं होने पर मतदान न करने के नारे लगाए।
इनके हाथों में ‘पुल और रोड नहीं तो वोट नहीं' लिखे हुए बैनर था। सड़क और पुल न बनने से नाराज गांववालों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया, जिसपर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों और भाजपा उम्मीदवार सी पी सिंह के समझाने के बाद गांव वाले मतदान के लिए राजी हुए।
(इनपुट एजेंसी)