नई दिल्ली, 12 अप्रैल: पिता की मौत के बाद उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने मीडिया से बात की है। मीडिया से बात करते हुए पीडि़ता ने कहा है- 'मेरे पिता की हत्या के बाद भी मेरे ऊपर ही बहुत सारे सवाल उठाए जा रहे हैं। मुझे इंसाफ कैसे मिलेगा। सीबीआई जांच तो ठीक है लेकिन पहले विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वो जांच को प्रभावित कर सकते हैं। अब मुझे अपने चाचा के लिए डर लग रहा है।'
गुरूवार को उन्नाव गैंगरेप मामले में मुख्य सचिव (गृह) अरविंद कुमार और यूपी डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती है। उन्नाव की रहने वाली नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ गुरुवार (12 अप्रैल) को एफआईआर दर्ज कर ली गई है। बीजेपी एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर पर आईपीसी की धारा 363, 366, 376 और 506 के अलावा पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन्नाव गैंगरेप की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की रिपोर्ट के आधार पर गैंगरेप और पीड़िता के पिता पुलिस हिरासत में मौत की सीबीआई जाँच की अनुशंसा की है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी गुरुवार (12 अप्रैल) उन्नाव गैंगरेप मामले में सुनवाई होगी। हाईकोर्ट ने बुधवार को स्वत: संज्ञान लेते हुए पूरे मामले पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई है।
पढ़िए उन्नाव गैंगरेप केस में जून 2017 से अब तक कब-कब क्या-क्या हुआ-
- 11 जून 2017: लड़की एक दिन शुभम नाम के लड़के साथ अचानक गायब हो गई। लौटने के बाद लड़की ने शुभम पर आरोप लगाया, अवधेश पर केस किया।
- 21 जून 2017: जिसके बाद जांच के बाद पीड़िता पुलिस को मिली।
- 22 जून 2017: मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता ने बयान में कहा कि उसके साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया है। जो बीजेपी विधायक के समर्थक हैं। जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- 22 जुलाई 2017: पीड़िता ने पीएम को चिट्ठी लिखी और विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाया।
- 30 अक्टूबर 2017: पीड़िता व उसके परिवार पर विधायक समर्थकों ने मानहानि का केस किया, पीड़िता के घरवालों पर विधायक को रावण बताने वाला पोस्टर लगाने का आरोप।
- 22 फरवरी 2018: उन्नाव जिला अदालत में पीड़िता ने अर्जी दी, जिसमें विधायक पर रेप का आरोप लगाया, उसमें शुभम की मां पर नौकरी के बहाने विधायक के घर ले जाने का आरोप लगाया गया।
- 3 अप्रैल 2018: कोर्ट से आते समय पीड़िता के परिवार पर हमला, विधायक के भाई ने की मारपीट। पुलिस ने आरोपियों की जगह पीड़िता के पिता पर आर्म्स एक्ट में केस किया।
- 4 अप्रैल 2018: विधायक समर्थकों पर डीएम से शिकायत के बाद केस दर्ज हुआ, लेकिन पुलिस ने विधायक के भाई पर कोई केस नहीं किया।
- 4 अप्रैल 2018: पीड़िता के पिता को जेल भेज दिया गया।
- 9 अप्रैल 2018: चार दिन बाद सुबह पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई, जिसके बाद विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर समेत चार आरोपी गिरफ्तार किए गए।
- 10 अप्रैल 2018: पीड़िता के पिता के पोस्टमार्टम के बाद हत्या की धारा जोड़ी गई। लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसवाले निलंबित किए गए, जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया।
- 11 अप्रैल 2018: उन्नाव गैंगरेप की जाँच के लिए गठित एसआईटी ने रिपोर्ट दी। एसआईटी ने पीड़िता के परिवार पर दबाव और उसके पिता की हवालात में मौत में लापरवाही की बात की।
- 12 अप्रैल 2018- बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी। विधायक के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ ही पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।