क्या विधानसभा चुनाव लड़ेंगे केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने भेजा प्रस्ताव, यहां से लड़ने की संभावना
By एस पी सिन्हा | Updated: May 30, 2025 16:14 IST2025-05-30T16:13:29+5:302025-05-30T16:14:33+5:30
विधानसभा चुनाव 2025ः चुनाव लड़ने का प्रस्ताव स्वीकार करते हैं, तो आने वाले समय में यह तय किया जाएगा कि वह किस सीट से उम्मीदवार होंगे।

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पटनाः केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने का प्रस्ताव पार्टी ने भेजा है। पार्टी के सांसद अरुण भारती ने बताया कि पार्टी की ओर से चिराग पासवान को यह प्रस्ताव भेजा गया है और वो विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कि बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने के संबंध में चिराग पासवान ने हमेशा मीडिया से कहा है कि उनकी पार्टी अगर कहेगी तो वो चुनाव लड़ेंगे। अरुण भारती ने कहा कि बिहार में युवा नेताओं की जरूरत है। पार्टी चाहती है कि चिराग पासवान बिहार की राजनीति में सक्रिय हों।
इसके लिए उन्हें पार्टी की तरफ से विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भेजा गया है। अगर वह चुनाव लड़ने का प्रस्ताव स्वीकार करते हैं, तो आने वाले समय में यह तय किया जाएगा कि वह किस सीट से उम्मीदवार होंगे। चिराग पासवान क्या बिहार के अगले मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं, इस सवाल के जवाब में अरुण भारती ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़ा जाएगा। लेकिन, चिराग पासवान को बिहार के विकास के लिए बड़ी भूमिका में आना होगा।
उल्लेखनीय है कि चिराग पासवान ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि वह बिहार की राजनीति में सक्रिय होना चाहते हैं और राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभाना चाहते हैं। इस बयान के बाद से ही उनके विधानसभा चुनाव लड़ने और चुनाव बाद सरकार में उनकी भूमिका को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी हैं।
चिराग पासवान अब तक अपने पिता रामविलास पासवान की तरह ही केंद्र की राजनीति करते रहे हैं। वह मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं। 2014 और 2019 में वे बिहार की जमुई सीट से लोकसभा चुनाव जीते थे। 2024 में वह बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए।
इस सीट से उनके पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान लंबे समय तक सांसद रहे थे। दरअसल, चिराग पासवान ने 2020 विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे। मुख्यमंत्री नीतीश को इसका नुकसान भी उठाना पड़ा था।