पटनाः लोजपा(रा) प्रमुख एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान क्या बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाएंगे? दरअसल, चिराग पासवान के द्वारा यह बयान दिए जाने के बाद कि अब वह बिहार की सियासत में लौटना चाहते हैं, के बाद कयासों का बाजार गर्म हो गया है। चिराग पासवान ने भी कहा है कि अगर पार्टी और गठबंधन को लाभ मिलेगा तो वो आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। चिराग पासवान के संभावित इस कदम को लेकर प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। बता दें कि एनडीए में चिराग पासवान अपनी स्वतंत्र पहचान बनाने में लगे हुए हैं।
चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)) जमीनी तौर पर खुद को और मजबूत कर रही है। वहीं लोजपा(रा) के कार्यकर्ताओं की ओर से चिराग पासवान को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाने के भी दावे किए जा रहे हैं। हालांकि, चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नेतृत्व में विधानसभा चुनाव 2025 लड़ने के लिए तैयार हैं।
चिराग पासवान ने कहा कि उनकी राजनीति में आने का मुख्य उद्देश्य बिहार का सेवा करना था और अब समय आ गया है कि वो यहां की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में पला-बढ़ा, मुंबई में काम किया, लेकिन जब देखा कि बिहार के लोगों को दूसरे राज्यों में कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
तब तय किया कि एक ऐसा बिहार बनाना है जहां लोगों को पलायन न करना पड़े। चिराग पासवान ने बताया कि वो तीन बार सांसद रह चुके हैं। 2014, 2019 और 2024 में उन्होंने लगातार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता भी। चिराग पासवान दो बार जमुई से सांसद रहे हैं। वहीं इस बार उन्होंने हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता भी।
उन्होंने कहा कि उन्हें महसूस हो रहा है कि वो दिल्ली में रहते हुए बिहार में उतने प्रभावी ढंग से काम नहीं कर पा रहे हैं, जितना वो करना चाहते हैं। चिराग पासवान ने कहा कि वो अब पूरी तरह बिहार में रहकर पूरा बिहारी बनकर बिहार के लिए काम करना चाहते हैं। वहीं जब चिराग पासवान से सवाल किया गया कि क्या वो विधानसभा चुनाव लड़ेंगे तो इस सवाल के जवाब में चिराग ने कहा कि यह फैसला पार्टी द्वारा विस्तृत मंथन और सर्वेक्षण के बाद लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी कहती है, तो मैं कल ही बिहार जाकर पूरी तरह से लग जाऊंगा।
मेरा समर्पण पूरी तरह से बिहार के लिए है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 2025 में लड़ेंगे या 2030 में इसका फैसला पार्टी के स्तर पर लिया जाएगा। वहीं इस दौरान चिराग पासवान ने कहा कि उनकी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विचारधारा एक मामले में एक है।
उन्होंने कहा कि पलायन रोकने की सोच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी रही है और इस दिशा में दोनों की सोच मिलती है। बता दें कि बीते दिन चिराग पासवान ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात भी की थी। चिराग कहीं ना कहीं बिहार की राजनीति में अभी से सक्रियता दिखाने लगे हैं।