नई दिल्ली: दुनियाभर में मंकीपॉक्स के मामले बढ़ रहे हैं। गनीमत है कि भारत में अभी तक इसके एक भी मामले सामने नहीं आए हैं। लेकिन फिर भी इस गंभीर बीमारी के खतरे की आशंका के बीच मंगलवार को केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
केंद्र द्वारा जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह कहा गया है कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम नेटवर्क के माध्यम से नमूने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे भेजे जाएंगे। इसके अलावा संक्रामक अवधि के दौरान किसी रोगी या उनकी दूषित सामग्री के साथ अंतिम संपर्क में आने के बाद 21 दिनों की अवधि के लिए दैनिक निगरानी की जानी चाहिए।
साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि आज की तारीख में भारत में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है। बता दें कि 20 मई को सरकार ने सभी अंतरराष्ट्रीय प्रवेश बिंदुओं – हवाई अड्डों, बंदरगाहों और भूमि सीमा क्रॉसिंग पर निगरानी का आदेश दिया था। इसने आगे की जांच के लिए एनआईवी, पुणे भेजे जाने वाले लक्षणों को दिखाते हुए अफ्रीका के यात्रियों के नमूने मांगे थे।
हालांकि एक दिन पहले, यह बताया गया था कि भारत में पिछले 10 दिनों में मंकीपॉक्स के लिए परीक्षण किए गए सभी तीन नमूने वायरल बीमारी के लिए नकारात्मक आए थे।
केंद्र ने नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को यूरोप और अन्य जगहों पर सामने आने वाले ताजा स्वास्थ्य संकट पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा था।