समान नागरिक संहिता से केवल मुसलमानों को ही नहीं, बल्कि इससे हिंदुओं को भी परेशानी होगी: उद्धव ठाकरे
By रुस्तम राणा | Published: June 20, 2023 03:48 PM2023-06-20T15:48:27+5:302023-06-20T16:03:26+5:30
उद्धव ठाकरे ने कहा, हम समान नागरिक संहिता का समर्थन करते हैं, लेकिन जो लोग इसे ला रहे हैं उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि इससे केवल मुसलमानों को ही नहीं, बल्कि इससे हिंदुओं को भी परेशानी होगी और कई सवाल उठेंगे।
मुंबई:महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) यानी समान नागरिक संहिता को लेकर बयान जारी किया। मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने पहले यह कहा कि उनकी पार्टी समान नागरिक संहिता का समर्थन करती है। हालांकि उन्होंने इसके परिणामों को लेकर यह कहा कि इससे केवल मुसलमानों को ही नहीं, बल्कि हिंदुओं को भी परेशानी होगी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, ठाकरे ने कहा, हम समान नागरिक संहिता का समर्थन करते हैं, लेकिन जो लोग इसे ला रहे हैं उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि इससे केवल मुसलमानों को ही नहीं, बल्कि इससे हिंदुओं को भी परेशानी होगी और कई सवाल उठेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, गोहत्या पर प्रतिबंध नहीं गोवा के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर खुद कहते थे कि अगर राज्य में गायों की कमी होगी तो हम उनका आयात करेंगे।
We support Uniform Civil Code, but those who are bringing it should not think that it will only cause problems for Muslims, but it will also cause problems for Hindus and many questions will arise... Ban cow slaughter from Kashmir to Kanyakumari as there is no ban on cow… pic.twitter.com/tJV3RNDA4n
— ANI (@ANI) June 20, 2023
दरअसल, यूसीसी को लेकर विपक्षी पार्टियां भाजपा नीत सरकार हमलावर हैं और इस मुददे को वह सांप्रदायिकता से जोड़कर देख रही हैं। कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा का मोदी सरकार ध्रुवीकरण के अपने एजेंडे को वैधानिक रूप देना चाहती है।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी यह कह चुके हैं कि उन्हें इस मुद्दे पर सभी पक्षों को विश्वास में लिया जाना चाहिए। जबकि टीएमसी का स्डैंड भी यूसीसी के खिलाफ है। ममता बनर्जी ने इसको लेकर केंद्र पर विभाजनकारी राजनीति को हवा देने का आरोप लगाया है।