नई दिल्ली, 1 अप्रैल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम ने कहा है कि साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी होगी और इस गंभीर समस्या को लेकर युवा नरेंद्र मोदी के खिलाफ वोट करेंगे। उन्होंने कहा कि साल 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया जिस वजह से युवाओं ने बड़ी संख्या में बीजेपी को वोट दिया था, लेकिन हुआ क्या ? लोगों को रोजगार मिलने के बजाय पहले की नौकरियां भी चली गईं। इससे युवाओं में आक्रोश है।'
चिदम्बरम ने भारतीय युवा कांग्रेस की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, महिलाओं को सुरक्षा, कश्मीर की स्थिति और दूसरे कई मुद्दे होंगे, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का होगा। उन्होंने कहा कि 'बेरोजगारी की भयावह समस्या' को लेकर युवा इस बार नरेंद्र मोदी के खिलाफ वोट करेंगे।
पूर्व वित्त मंत्री ने आरोप लगाया, ' अजीबोगरीब बात यह है कि इस सरकार को रोजगार सृजन करने के बारे में पता ही नहीं है। भारत जैसे देश में जहाँ बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हैं और लोगों को नौकरी की जरूरत है, लेकिन बहुत सारी रिक्तियां होने के बावजूद उनको भरा नहीं जा रहा।'
उन्होंने कहा, 'यह कहने में अच्छा लगता है कि नौकरी देने वाले बनो , नौकरी मांगने वाले नहीं। यह सोचिये कि अगर सब नौकरी देंगे तो नौकरी कौन करेगा। दुनिया में ज्यादातर लोग नौकरियां करते हैं। भारत भी अलग नहीं है। दुनिया के हर देश के लिए रोजगार बड़ी चुनौती है।'
उन्होंने कहा कि अगर पुरुषों के अनुपात में महिलाएं भी नौकरी करें तो भारत की जीडीपी में 900 अरब डॉलर का इजाफा हो जाएगा। चिदम्बरम ने कहा, 'देश में बेरोजगारी बड़ी समस्या है। आप कहीं भी चले जाइए, बड़ी संख्या में ऐसे युवा मिल जाएंगे जिनके पास कोई काम नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'हर सरकारी विभाग में पद खाली हैं। देश में करीब एक लाख ऐसे स्कूल हैं जिनमें एक शिक्षक हैं। अगर ऐसे हर स्कूल में चार-चार शिक्षकों को नियुक्त कर दिया जाए तो चार लाख लोगों को नौकरी मिल जाएगी।' चिदम्बरम ने कहा कि अगर थोड़ा सा दिमाग लगाया जाए तो लाखों लोगों को नौकरी मिल जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार के कार्यकाल में निवेश ना के बराबर है और इस सरकार ने बाजार में 'मांग' को ही खत्म कर दिया है।