उज्जैन: भावी जीवन साथी से मिलकर खिले दिव्यांगजनों के चेहरे, बने 33 से ज्यादा जोड़े
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 1, 2020 05:22 AM2020-01-01T05:22:01+5:302020-01-01T05:22:01+5:30
उज्जैन के बहादुरगंज में रहने वाले 22 वर्षीय प्रदीप सामान्य हैं। उन्होंने पैर से दिव्यांग संगीता से विवाह करने की इच्छा जाहिर की, जिस पर सभी समाजसेवियों और अधिकारियों द्वारा उनकी मंशा का सम्मान किया गया और उन्हें प्रोत्साहित किया गया।
उज्जैन के खाकचौक स्थित परिसर में मंगलवार को जिला प्रशासन ने वृहद स्तर पर दिव्यांग युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन आयोजित कराया। सम्मेलन में भावी जीवन साथी से मिलकर दिव्यांगजनों के चेहरे खिल गए। परिचय सम्मेलन में सुबह से ही सभी धर्मों के दिव्यांग युवक-युवतियां अपने माता-पिता सहित पंजीयन के लिये आये और स्थानीय समाजसेवी संस्थाओं द्वारा मंच के माध्यम से उनका परिचय करवाया गया।
परिचय सम्मेलन में उज्जैन शहर, उज्जैन जनपद और घट्टिया जनपद के आसपास से लगभग 200 आवेदन आये, जिनमें से 50 से अधिक जोड़े बन चुके हैं।
दिव्यांगजनों के जोड़ों की काउंसलिंग के पश्चात फरवरी माह में सामूहिक विवाह और निकाह कार्यक्रम जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किया जायेगा।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे समाजसेवी और सेवाधाम आश्रम के संचालक सुधीरभाई गोयल ने जानकारी दी कि इस सम्मेलन में सेवाधाम आश्रम के 20 जोड़े सहित 50 से अधिक जोड़े अब तक बन चुके हैं। इनमें 5 से अधिक मुस्लिम जोड़े और उतने ही सामान्य और दिव्यांग के जोड़े बन चुके हैं।
इन जोड़ों में मूक-बधिर और बहुदिव्यांग शामिल हैं। सम्मेलन में खास यह रहा कि सामान्य युवक-युवतियां भी दिव्यांग युवक-युवतियों से विवाह करने के इच्छुक हैं। कई लोगों ने मंच पर आकर अपनी इच्छा जाहिर की है।
सम्मेलन में दताना निवासी 28 वर्षीय पैर से दिव्यांग लाखन ने आजमपुर निवासी मूक बधिर संतोषबाई को अपने जीवन साथी के रूप में पसन्द किया।
उज्जैन के पास दताना में रहने वाले जितेन्द्र खेती-बाड़ी करते हैं। वे मूक-बधिर हैं। परिचय सम्मेलन में उनकी मुलाकात लाखाखेड़ा निवासी प्रियंका पिता उमरावसिंह से हुई।
दोनों के माता-पिता ने आपसी बातचीत से आगे विवाह के सम्बन्ध में निर्णय हेतु काउंसलिंग की। नीमच से आये अर्जुनसिंह पिता रामसिंह ने बताया कि समाचार-पत्रों के माध्यम से उन्हें दिव्यांगजनों के परिचय सम्मेलन की जानकारी प्राप्त हुई थी। वे अपनी बहन के लिये यहां सुयोग्य वर चयन के लिये आये हैं।
शासन की ओर से यहां बहुत अच्छी व्यवस्थाएं की गई है। आगर-मालवा निवासी कमलेश मित्तल जो कि मूक-बधिर हैं, अपने पिता और बड़े भाई के साथ परिचय सम्मेलन में आये थे। यहां उन्हें सेवाधाम आश्रम की मूक-बधिर प्रिया पसन्द आई और अब काउंसलिंग के माध्यम से उनके रिश्ते की बात आगे बढ़ाई जायेगी।
उज्जैन के बहादुरगंज में रहने वाले 22 वर्षीय प्रदीप सामान्य हैं। उन्होंने पैर से दिव्यांग संगीता से विवाह करने की इच्छा जाहिर की, जिस पर सभी समाजसेवियों और अधिकारियों द्वारा उनकी मंशा का सम्मान किया गया और उन्हें प्रोत्साहित किया गया।
इसी प्रकार मक्सी के रामलाल ने भी पैरों से दिव्यांग नेहा हिरवे और अपने जीवन साथी के रूप में पसन्द किया। उज्जैन जिले के निवासी पेशे से मिस्त्री जितेन्द्र ने भी सीताराम आश्रम की मूक-बधिर दिव्यांग रचना से विवाह करने की इच्छा जाहिर की। काउंसलिंग द्वारा दोनों का जोड़ा बन चुका है।
परिचय सम्मेलन में सीईओ जिला पंचायत नीलेश पारिख,जिला पंचायत अध्यक्ष करण कुमारिया, समाजसेवी केशरसिंह पटेल, संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय सीएल पंथारी, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी साबिर अहमद सिद्धिकी, अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण, समाजसेवी संस्थाएं और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।