दिल्ली: अगर आप उच्च शिक्षा लेने के लिए दिल्ली और यूपी सहित देश के तमाम अन्य विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने का सपना देख रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद काम की है। जी हां, इस खबर को पढ़ने के बाद आपको किस विश्वविद्यालय में दाखिला लेना चाहिए, यह तो नहीं पता चलेगा लेकिन इस खबर को पढ़ने के बाद आप यह जरूर जान जाएंगे कि आपको किन विश्वविद्यालयों में दाखिला नहीं लेना है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने शुक्रवार को कुल 21 विश्वविद्यालयों की लिस्ट जारी की है, जिनमें आपको एडमिशन नहीं लेना है क्योंकि लिस्ट में दिये विश्वविद्यालयों से आप डिग्री लेते हैं तो जान लीजिए कि वो चूरन लपेटने से ज्यादा कारगर नहीं होने वाली है।
जी हां, यूजीसी ने इन सभी 21 विश्वविद्यालयों को "फर्जी" घोषित किया है। यूजीसी का कहना है कि इन विश्वविद्यालयों को किसी भी तरह की डिग्री प्रदान करने का कोई अधिकार नहीं है और अगर वो ऐसा करती हैं तो उनकी डिग्रियां कहीं भी मान्य नहीं होंगी।
इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्प बात यह है कि उच्च शिक्षा के नाम पर सबसे ज्यादा फर्जी विश्वविद्यालय देश की राजधानी दिल्ली में ही यूजीसी के नाम के नीचे मौजूद हैं। यूजीसी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उसने दिल्ली में कुल आठ फर्जी विश्वविद्यालयों की पहचान की है, जिनकी डिग्री की कोई मान्यता नहीं है।
इस संबंध में यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने कहा, "यूजीसी की लिस्ट में शामिल सभी 21 विश्वविद्यालय यूजीसी अधिनियम का उल्लंघन करते हुए स्वयं को स्वयंभू यूनिवर्सिटी होने का दावा कर रहे हैं। इन सभी गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों को फर्जी विश्वविद्यालय घोषित किया गया है और इन्हें कोई अधिकार नहीं है कि वो छात्रों को उच्च शिक्षा के नाम पर डिग्री प्रदान करें।"
दिल्ली में जिन आठ फर्जी विश्वविद्यालयों का नाम यूजीसी ने जारी किया है, उनमें अखिल भारतीय सार्वजनिक और शारीरिक स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान, कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड दरियागंज, संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय, व्यावसायिक विश्वविद्यालय, एडीआर-केंद्रित न्यायिक विश्वविद्यालय, भारतीय विज्ञान और इंजीनियरिंग संस्थान, स्वरोजगार के लिए विश्वकर्मा मुक्त विश्वविद्यालय और आध्यात्मिक विश्वविद्यालय (आध्यात्मिक विश्वविद्यालय) के नाम दिये गये हैं।
यूजीसी के फर्जी विश्वविद्यालयों की लिस्ट में दिल्ली के बाद दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश है, जिनमें कुल सात ऐसे विश्वविद्यालय हैं, जिनसे डिग्री लेने का मतलब है कि छात्रों का भविष्य हमेशा के लिए तबाह हो सकता है।
यूजीसी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जिन सात फर्जी विश्वविद्यालयों की पहचान हुई है, उनमें गांधी हिंदी विद्यापीठ, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय (मुक्त विश्वविद्यालय) और भारतीय शिक्षा परिषद प्रमुख हैं।
यूजीसी की ओर से बताया गया है कि फर्जी विश्वविद्यालयों की लिस्ट में केवल दिल्ली और यूपी ही नहीं बल्कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केरल में भी विश्वविद्यालय शामिल हैं।
इसलिए अगर आप उच्च शिक्षा के लिए किसी यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने का मन बना रहे हैं तो सबसे पहले आप यूजीसी की बेवसाइट पर जी गई फर्जी विश्वविद्यालयों की जारी की गई लिस्ट पर जरूर गौर कर लें, कहीं ऐसा न हो कि ये फर्जी यूनिवर्सिटी आपको दाखिला देकर पैसा और भविष्य दोनों को बर्बाद कर दें।