मुंबई: महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने गुरुवार को एक सियासी गलियारों का एक बड़ा चौंका देने वाला दावा किया है। राज्य सरकार के मिनिस्टर ने यह कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन बनाना चाहते थे, लेकिन उनकी शर्त यह कि वह अगले पांच साल तक सीएम रहेंगे। केसरकर ने राजनीतिक कारणों से ठाकरे और उनके परिवार की सुरक्षा में कटौती के बारे में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के दावों का जवाब देते हुए कहा कि इसे कम नहीं किया गया है और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना नेताओं को इस बारे में झूठ बोलना बंद करना चाहिए।
केसरकर ने कहा, ''उद्धव ठाकरे और उनके परिवार की सुरक्षा कम नहीं की गई है। इस पर राज्य के गृह विभाग ने सफाई दी है। संजय राउत और आदित्य ठाकरे को इस बारे में झूठ नहीं बोलना चाहिए। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना नेताओं को झूठ नहीं बोलना चाहिए।
केसरकर ने ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र की विरासत स्वाभिमान के बारे में है न कि वह क्या कर रहे हैं। एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''सभी ने उनसे (उद्धव ठाकरे) कांग्रेस और राष्ट्रवादी पार्टी छोड़ने का आग्रह किया लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया। उनके ऐसा नहीं करने के बावजूद हम लगातार संपर्क में थे और कहते रहे कि हम (बीजेपी) यदि आप दोनों दलों के साथ गठबंधन छोड़ देंगे तो मैं शिवसेना में वापस आ जाऊंगा।”
राउत ने गुरुवार को बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें अपने कर्मों का फल मिलेगा। कथित तौर पर सुरक्षा कम करने पर, राउत ने कहा, "यह सब राजनीति से प्रभावित है, चाहे वह ईडी की छापेमारी हो या सुरक्षा कम करना हो। लेकिन उन्हें अपने कर्मों का फल मिलेगा। वे (भाजपा) अधिकतम क्या कर सकते हैं, वे हमें गोली मार सकता है या जेल में डाल सकते हैं।"
एक अन्य घटना में, मुंबई के माहिम इलाके में आधी रात को औरंगजेब की तस्वीर के साथ उद्धव ठाकरे और वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश अंबेडकर के होर्डिंग्स लगाए गए। एक पुलिस अधिकारी ने एएनआई से बात करते हुए कहा, "पोस्टर रात में लगाए गए थे, किसने लगाए, इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं है। इसे अब हटा दिया गया है। अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। पुलिस कानून-व्यवस्था बिगड़ने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगी।"