नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर पर WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पहलवानों का प्रदर्शन जारी है। शनिवार, 29 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचे। केजरीवाल से पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी जंतर-मंतर पहुंची थीं। उनकी तरफ से भी विरोध कर रहे पहलवानों को समर्थन दिया गया। कई अन्य राजनेता भी बीते दिनों जंतर-मंतर जाकर पहलवानों को समर्थन दे चुके हैं।
पहलवानों के समर्थन में राजनेताओं का धरना स्थल पर जाना भाजपा नेत्री और पहलवान बबीता फोगाट को पसंद नहीं आया और उन्होंने इस पर सवाल उठाए। हालांकि बबीता का जवाब धरने पर बैठी उनकी बहन विनेश ने दिया और ट्विटर पर फोगाट बहनों के बीच तल्खी देखी गई।
बबीता ने लिखा, "शून्य से उठकर शिखर तक पहुंचने वाले हम खिलाड़ी अपनी लड़ाई लड़ने में खुद सक्षम हैं। खिलाड़ियों के मंच को राजनीतिक रोटी सेंकने का मंच नहीं बनाना चाहिए। कुछ नेता खिलाड़ियों के मंच से अपनी राजनीति को चमकाने में लगे हैं। खिलाड़ियों को भी यह ध्यान रखना चाहिए कि हम किसी एक के नहीं समूचे राष्ट्र के हैं।"
प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए बबीता ने लिखा, "प्रिंयका वाड्रा अपने निजी सचिव संदीप सिंह को लेकर जंतर मंतर महिला पहलवानों को न्याय दिलाने पहुंची हैं। लेकिन इस व्यक्ति पर खुद महिलाओं से छेड़छाड़ और एक दलित महिला को दो कौड़ी की औरत कहने जैसे तमाम आरोप लगे हैं।"
विनेश ने अपनी बहन बबीता को जवाब देते हुए ट्वीट किया, "अगर पीड़ित महिला पहलवानों के हक में नहीं खड़ी हो सकती तो बबीता बहन आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि हमारे आंदोलन को कमजोर तो मत करो। सालों लगे हैं महिला पहलवानों को अपने उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने में। आप भी महिला हैं और हमारा दर्द समझने की कोशिश करो।"
बता दें कि पहलवानों का कहना है कि जब तक बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक वह धरने से नहीं हटेंगे। शुक्रवार, 28 अप्रैल की देर रात दिल्ली पुलिस ने रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है जिसमें पोस्को एक्ट भी शामिल है।