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ट्विन टावर को गिराने में 3 अग्नि, 12 ब्रह्मोस या 4 पृथ्वी मिसाइलों के वारहेड्स के बराबर विस्फोटक प्रयोग किया गया

By शिवेंद्र राय | Updated: August 28, 2022 15:36 IST

सुपरटेक ट्विन टावर्स को गिराने के लिए 3,500 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया। ट्विन टावर विध्वंस में जितने विस्फोटकों की मात्रा प्रयोग में लाई गई वह अग्नि-V मिसाइल के तीन वारहेड्स, ब्रह्मोस मिसाइल के 12 या चार पृथ्वी मिसाइलों के बराबर है।

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ठळक मुद्देसुपरटेक के ट्विन टावर को रविवार को गिरा दिया गयाटावर को ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक की मदद से गिराया गयाट्विन टावर को गिराए जाने से करीब 28 हजार मीट्रिक टन मलबा निकलेगा

नोएडा: नोएडा स्थित सुपरटेक के ट्विन टावर को रविवार को गिरा दिया गया। विस्फोट के बाद चंद सेकेंड में विशाल इमारत ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर गिर गई। अवैध रूप से निर्मित इन ट्विन टावर को धराशायी करने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के एक साल बाद यह कार्रवाई की गई है। लगभग 100 मीटर ऊंचे टावर को चंद सेकेंड में ध्वस्त कर दिया गया। सुपरटेक ट्विन टावर्स को गिराने के लिए 3,500 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया। ट्विन टावर विध्वंस में जितने विस्फोटकों की मात्रा प्रयोग में लाई गई वह अग्नि-V मिसाइल के तीन वारहेड्स, ब्रह्मोस मिसाइल के 12 या चार पृथ्वी मिसाइलों के बराबर है।

 बता दें कि दिल्ली की प्रतिष्ठित कुतुब मीनार (73 मीटर) से ऊंचे इन टावर को ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक की मदद से गिराया गया। ट्विन टावर भारत में अब तक ध्वस्त की गई सबसे ऊंची संरचनाएं रहीं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 93ए में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी के भीतर 2009 से ‘एपेक्स’ (32 मंजिल) और ‘सियान’ (29 मंजिल) टावर निर्माणाधीन थे। इमारत गिराने के लिए 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया।

ट्विन टावर को गिराए जाने से करीब 28 हजार मीट्रिक टन मलबा निकलेगा। इसका निस्तारण भी एक बड़ी चुनौती होगी। नोएडा अथॉरिटी ने बताया है कि मलबे का निस्तारण मानकों के अनुसार किया जाएगा। ट्विन टावर को गिराए जाने के दौरान एहतियात के तौर पर आसपास की सड़कों को बंद रखा जाएगा। पूरे इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया था।

ध्वस्तीकरण के बाद आसपास के इलाकों में मौजूद पेड़ पौधों पर जमी धूल को भी तुरंत हटाने की पूरी तैयारी की गई है। नोएडा अथॉरिटी ने कहा है कि प्रदूषण से निपटने के लिए आने वाले कई दिनों तक इलाक़े में पानी का छिड़काव किया जाएगा। सुपरटेक ट्विन टावरों गिराने के दौरान क्षेत्र में एनडीआरएफ के अलावा  560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीमें भी यहां तैनात की गई थीं।

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