दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद पंजाब आप में खटपट?, सीएम भगवंत मान, मंत्री और विधायकों से मिलेंगे अरविंद केजरीवाल, लोकसभा चुनाव 2024 में जीते थे 13 में से 3 सीट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 10, 2025 15:28 IST2025-02-10T15:26:27+5:302025-02-10T15:28:35+5:30
विपक्षी नेता पंजाब में भी ‘आप’ का इसी तरह का हाल होने की बात कह रहे हैं जहां 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘आप’ के 13 उम्मीदवार में से केवल तीन ही जीत पाए थे।

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नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मंगलवार को दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्य के मंत्रियों और पार्टी विधायकों से मुलाकात करेंगे। यह बैठक दिल्ली विधानसभा चुनावों में आप की करारी हार और पार्टी की पंजाब इकाई में बढ़ते असंतोष की अटकलों के बीच हो रही है। हालांकि, ‘आप’ सांसद मलविंदर सिंह कंग ने असंतोष की खबरों को तवज्जो न देते हुए मंगलवार की बैठक को ‘‘नियमित रणनीति सत्र’’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी में इस तरह की प्रक्रिया आम है। भविष्य की रणनीति बनाने के लिए सभी इकाइयों से फीडबैक लिया जाता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप विधायक, अरविंद केजरीवाल से मिलकर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।’’ पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह चर्चा दिल्ली चुनाव परिणामों के विश्लेषण और 2027 में होने वाले पंजाब चुनावों के लिए रणनीति बनाने पर केंद्रित होगी। एक दशक तक दिल्ली की सत्ता में रही ‘आप’ को पांच फरवरी के चुनावों में बड़ा झटका लगा।
‘आप’ दिल्ली विधानसभा की 70 सीट में से केवल 22 सीट ही जीत पाई। भाजपा ने 48 सीट हासिल कर राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता से ‘आप’ को बाहर कर दिया है। ऐसे में ‘आप’ के लिए अन्य राज्यों में चुनावी संभावनाओं को लेकर चिंता बढ़ गई है। आप की पंजाब इकाई के भीतर असंतोष की खबरों के बीच मंगलवार की बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
अटकलें हैं कुछ विधायक पार्टी के नेतृत्व से नाखुश हैं और अन्य विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। ‘आप’ ने 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीट जीतकर शानदार जीत हासिल की थी। हालांकि, हाल के घटनाक्रमों ने आंतरिक एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, कुछ लोगों का मानना है दिल्ली में पार्टी के नेतृत्व का पंजाब की सरकार पर प्रभाव बना हुआ है।
ऐसी भी अटकलें हैं कि केजरीवाल अब पंजाब की राजनीति में अधिक प्रत्यक्ष भूमिका पर विचार कर सकते हैं। लुधियाना की विधानसभा सीट फिलहाल रिक्त है, इसलिए राजनीतिक पर्यवेक्षक केजरीवाल के वहां से चुनाव लड़ने तथा पंजाब सरकार का हिस्सा बनने की संभावना पर भी चर्चा कर रहे हैं। दिल्ली विधानसभा की नयी दिल्ली सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवेश वर्मा ने ‘आप’ प्रमुख को हराया है।
विपक्षी नेता पंजाब में भी ‘आप’ का इसी तरह का हाल होने की बात कह रहे हैं जहां 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘आप’ के 13 उम्मीदवार में से केवल तीन ही जीत पाए थे। पंजाब एकमात्र ऐसा राज्य है जहां ‘आप’ अभी सत्ता में है ऐसे में मंगलवार की बैठक का नतीजा पार्टी की भविष्य की दिशा और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।