लाइव न्यूज़ :

तीन तलाक विधेयक के खिलाफ एक्टिविस्ट-बुद्धिजीवी, भेजेंगे वेंकया, मेनका और राहुल के पास याचिका

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: January 04, 2018 8:46 PM

मुस्लिम महिला विवाह (अधिकार एवं संरक्षण) विधेयक 2017 लोक सभा में पारित हो चुका है।

Open in App

जेंडर जस्टिस एंड माइनरिटी राइट्स सिटिजन नामक संगठन ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे तीन तलाक विधेयक के खिलाफ ऑनलाइन याचिका शुरू की है। संगठन ये याचिका उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजेगा। याचिका में तलाक-ए-बिद्दत को आपराधिक बताए जाने की आलोचना की गयी है। 28 अक्टूबर 2017 को लोक सभा में मुस्लिम महिला विवाह (अधिकार एवं संरक्षण) विधेयक 2017 पारित हुआ। मोदी सरकार ने तीन जनवरी को ये विधेयक राज्य सभा में पेश किया। चार जनवरी को राज्य सभा में दूसरे दिन फर बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस विधेयक को लेकर गतिरोध बना रहा है। कांग्रेस विधेयक को संसद की सेलक्ट कमेटी को भेजना चाहती है जिस पर सरकार राजी नहीं है। 

याचिका में कहा गया है, "इस विधेयक का मकसद मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना है ये लेकिन अपने मौजूदा स्वरूप में ये उनके लिए लाभ से ज्यादा हानि पहुंचाएगा।" याचिका में अपील की गयी है कि सरकार विधेयक के मसौदे पर मुस्लिम महिलाओं के लिए काम करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं से व्यापक परामर्श करे। 

याचिका में दावा किया गया है कि तीन तलाक विधेयक का मौजूदा स्वरूप परस्पर-विरोधी प्रावधानों से भरा हुआ है। याचिकाकर्ताओं के अनुसार इस विधेयक से मुस्लिम महिलाओं को नए तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। याचिका में कहा गया है, "इस विधेयक में किसी तीसरे पक्ष को आपराधिक मामला दर्ज कराने का अधिकार दिया गया है जो बहुत ही खतरनाक है।" याचिककर्ताओं ने सवाल उठाया है कि मौजूदा विधेयक में तलाक-ए-बिद्दत के मामले को अदालत में निपटाने के लिए किसी निश्चित समय सीमा का जिक्र नहीं है जो चिंता की बात है। 

याचिकाकर्ताओं ने ध्यान दिलाया है कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही अगस्त 2017 में यह व्यवस्था दे चुका है कि एक बार में तीन बार तलाक बोलकर तलाक देना गैर-कानूनी है। इसके अलावा मुस्लिम महिलाएं घरेलू उत्पीड़न की धाराओं के तहत भी सुरक्षित हैं। याचिकाकर्ताओं ने भी मांग की है कि विधेयक के सेलेक्ट कमेटी को भेजा जाना चाहिए। 

इस याचिका को प्रमुख हस्ताक्षकर्ताओं में सामाजिक कार्यकर्ता फालविया एग्नेश, प्रोफेसर फैजान मुस्तफा, प्रोफेसर अबुसालेह शरीफ, प्रोफेसर एस परसुमरमन, प्रोफेसर अपूर्वानंद, प्रोफेसर विभूति पटेल, प्रोफेसर तनिका सरकार, प्रोफेसर सुमित सरकार और वरिष्ठ पत्रकार नासिरुद्दीन हैदर खान शामिल हैं।

टॅग्स :तीन तलाक़मुस्लिम महिला संरक्षण विधेयक 2017बीजेपीनरेंद्र मोदीराहुल गाँधीवेंकैंया नायडू
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSushil Kumar Modi dies: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का निधन, कैंसर से पीड़ित थे वरिष्ठ भाजपा नेता

भारतPM Modi Varanasi Roadshow: पीएम मोदी और सीएम योगी वाराणसी में कर रहे रोड शो, उमड़े लोग, देखें 10 वीडियो

भारतLok Sabha Elections 2024: मायावती ने यूपी के विभाजन का उठाया सवाल!, केंद्र की सत्ता में आए तो बनाएंगे अलग अवध राज्य

भारतVaranasi Lok Sabha Seat 2024: 'बनारस में मोदी जी की चाय गर्म है', पप्पू चायवाला ने कही दिल की बात

भारतPM Modi in Varanasi: दशाश्वमेध घाट पर 1000 ड्रोन का शो, छह किमी लंबा रोड शो, बनारस में रात्रि विश्राम कर कल करेंगे नामांकन, जानें शेयडूल

भारत अधिक खबरें

भारतMaharashtra: मुंबई में होर्डिंग गिरने से 8 लोगों की मौत, दर्जनों घायल; बीएमसी ने बिलबोर्ड को बताया अवैध

भारतVIDEO: हैदराबाद से भाजपा उम्मीदवार माधवी लता ने मुस्लिम महिलाओं से आईडी जांच के लिए बुर्का हटाने को कहा, वीडियो वायरल होने के बाद FIR दर्ज

भारतभारतीय पत्रकार रमनदीप सिंह सोढी को दुबई में मिला 'पंजाबी डायस्पोरा के बेस्ट जर्नलिस्ट’ का पुरस्कार

भारतSrinagar Lok Sabha seat 2024: दोपहर तीन बजे ही मतदाताओं ने तोड़ दिया रिकॉर्ड, श्रीनगर लोकसभा सीट पर खूब पड़े वोट!

भारतLok Sabha Elections 2024: मुंगेर लोकसभा के मोकामा और लखीसराय में बूथ लूटकर वोट डाला, राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जदयू पर गंभीर आरोप लगाया