ठोस अपशिष्ट स्थलों को साफ करने, वैज्ञानिक तरीके से कूड़े के निस्तारण का वक्त : एनजीटी
By भाषा | Published: August 19, 2021 02:48 PM2021-08-19T14:48:14+5:302021-08-19T14:48:14+5:30
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने कहा है कि ठोस अपशिष्ट अब भी एक गंभीर समस्या है और अब वक्त आ गया है कि ऐसे स्थलों को साफ किया जाए और एकत्र ठोस कूड़े का निस्तारण वैज्ञानिक ढंग से किया जाए। इसने कहा कि अधिकतर स्थानों पर लंबे समये से पड़ा रहने वाला ठोस कचरा अपने आप में एक गंभीर समस्या बनी हुई है, जिससे वायु, जल और भूमि प्रदूषण फैलने की आंशका है और जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। एनजीटी प्रमुख न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने राजस्थान के धौलपुर जिले में तहसील वादिम के आदमपुर गांव में अवैध तरीके से ठोस कूड़ा डाले जाने का आरोप लगाने वाली एक याचिका पर सुनवाई के दौरान ये टिप्पणियां की। अधिकरण ने कहा कि राजस्थान में अनुपालन की नवीनतम स्थिति का पता लगाना आवश्यक है और यदि धौलपुर के बारी में लंबे समय से पड़े ठोस कचरे के संबंध में उठाए गए कदमों को सफल माना जाता है, तो राज्य अन्य स्थानों पर इस मॉडल को दोहराने पर विचार कर सकता है। एनजीटी ने कहा कि इस तरह के अनुपालन की स्थिति को संबंधित स्थानीय निकायों और जिलाधिकारियों के समन्वय से सचिव, शहरी विकास विभाग राजस्थान, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और राज्य पीसीबी की संयुक्त समिति द्वारा राज्य स्तर पर संकलित करने की आवश्यकता है।
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