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जिन्हें हिजाब पहनकर क्लास में आना पसंद है, वे पाकिस्तान चले जाएं- स्कूल में पहनावे के विवाद पर बोले कर्नाटक भाजपा विधायक

By आजाद खान | Updated: February 7, 2022 11:23 IST

मुस्लिम केंद्रीय समिति के अध्यक्ष हाजी के एस मसूद ने दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों के विधायकों पर राजनीतिक लाभ हासिल करने का आरोप लगाया है।

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ठळक मुद्देहिजाब मसले पर भाजपा विधायक बासनगौडा पाटिल यतनाल का विवादित बयान सामने आया है।विधायक ने मदरसों को बैन कर उर्दू माध्यम के स्कूलों को बंद कर देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जिन्हें हिजाब पहनकर क्लास में आना पसंद है, वे पाकिस्तान चले जाएं।

बेंगलुरु:कर्नाटक के हिजाब मुद्दे पर भाजपा विधायक बासनगौडा पाटिल यतनाल के एक बयान ने नया विवाद छेड़ दिया है। पत्रकारों से बात करते हुए बासनगौडा को यह कहते हुए सुना गया कि वे ऐसा चाहते हैं कि मदरसों पर बैन लगा देना चाहिए। उन्होंने उर्दू माध्यम के स्कूलों को बंद कर देने की भी इच्छा जताई है। हिजाब विवाद पर भाजपा विधायक ने पाकिस्तान चले जाने की भी बात कही है। आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से राज्य में हिजाब को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है।

क्या कहा भाजपा विधायक ने

हिजाब विवाद पर भाजपा विधायक ने कहा है कि मदरसों को बैन कर उर्दू माध्यम के स्कूलों को बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कन्नड़ा सींखने की भी वकालत की है। विधायक ने यह भी कहा कि जिन्हें हिजाब पहनकर क्लास में आना पसंद है, वे पाकिस्तान चले जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को अगर उर्दू पढ़ना है, इस्लाम के दूसरे नियम का पालन करना है या फिर हिजाब को इस्तेमाल करना है तो ऐसे में महात्मा गांधी ने उनके लिए पाकिस्तना बना दिया है। वे वहां चले जाएं। भाजपा विधायक के इस बयान ने नया विवाद छेड़ दिया है।

राज्य शिक्षा मंत्री ने क्या कहा

इस पर राज्य के शिक्षा मंत्री बी सी नागेश ने रविवार को कहा कि समान वर्दी संहिता का पालन न करने वाली छात्राओं को अन्य विकल्प तलाशने की छूट है। नागेश ने मैसुरु में पत्रकारों से कहा, ‘‘जैसे सेना में नियमों का पालन किया जाता है, वैसा ही यहां (शैक्षणिक संस्थानों में) भी किया जाता है। उन लोगों के लिए विकल्प खुले हैं जो इसका पालन नहीं करना चाहते।’’ मंत्री ने छात्रों से राजनीतिक दलों के हाथों का ‘‘हथियार’’ न बनने की अपील की। 

बोम्मई सरकार ने कपड़ों पर लगाया प्रतिबंध

बोम्मई सरकार ने शनिवार को एक परिपत्र जारी करते हुए उन कपड़ों पर प्रतिबंध लगा दिया था जो राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में शांति, सौहार्द्र और कानून एवं व्यवस्था को बाधित करते हो। इस परिपत्र पर नागेश ने कहा कि सरकार को इस मामले पर स्पष्टीकरण देने की आवश्यकता महसूस हुई और उसने एक परिपत्र जारी किया। 

हिजाब को परिसर में घुसने से पहले उतारना होगा हिजाब-राज्य शिक्षा मंत्री

राज्य शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि छात्राएं हिजाब पहनकर स्कूल आ सकती हैं लेकिन परिसर के भीतर उन्हें इसे अपने बस्तों में रखना होगा। उन्होंने इस पर हैरानी जतायी कि जब सभी धर्मों के छात्र वर्दी पहनकर स्कूल आ रहे थे तो अचानक से यह समस्या क्यों पैदा हुई। उन्होंने कहा कि हर कोई समानता की भावना से एक साथ सीख और खेल रहा है लेकिन कभी धार्मिक मतभेद पैदा नहीं हुए। 

हिजाब पहनने के लिए कई बच्चों को उसकाया गया है-राज्य शिक्षा मंत्री

नागेश ने कहा कि समस्या दिसंबर में शुरू हुई जब उडुपी में कई बच्चों को हिजाब पहनने के लिए उकसाते हुए कहा गया कि ‘शरिया’ (इस्लामि कानून) ऐसे कपड़े पहनने के लिए कहता है तथा इसका पालन करना उनका कर्तव्य है। मंत्री ने दावा किया कि कई बच्चों को ऐसा करने के लिए कहा गया लेकिन उनमें से ज्यादातर लोग सहमत नहीं हुए। 

उन्होंने कहा, ‘‘उडुपी के जिस स्कूल में यह घटना हुई, वहां 92 मुस्लिम बच्चों में से केवल छह लड़कियां हिजाब पहनकर आयी। अन्य बच्चे स्कूल की वर्दी पहनकर आए थे।’’ 

मुस्लिम छात्राओं को पढ़ाई नहीं करने देने का कांग्रेस ने लगाया आरोप

कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार मुस्लिम छात्राओं को पढ़ाई जारी रखने नहीं देना चाहती। इस पर नागेश ने कहा कि कर्नाटक शिक्षा कानून भाजपा लेकर नहीं आयी बल्कि कांग्रेस लेकर आयी, जिसने राज्य में अधिकतम वर्षों तक शासन किया। मंत्री ने कांग्रेस से राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए समाज में विभाजन पैदा न करने का अनुरोध किया। 

मुस्लिम केंद्रीय समिति के अध्यक्ष की आलोचना

इस बीच, यहां एक बयान में मुस्लिम केंद्रीय समिति के अध्यक्ष और पूर्व पार्षद हाजी के एस मसूद ने दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों के विधायकों की इस विवाद से राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश के लिए आलोचना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य को यह साबित करना चाहिए कि किसके आदेश पर उन्होंने छात्राओं से हिजाब न पहनने को कहा है। 

पत्र लिखकर समिति ने हिजाब पहनने की मांगी है अनुमति

समिति ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई, राज्य के मंत्रियों और शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर छात्राओं के लिए हिजाब पहनने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। उसने कहा कि छात्रों से जुड़े मुद्दे को साम्प्रदायिक नहीं बनाना चाहिए। 

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