"नरेंद्र मोदी का कोई मुकाबला नहीं", कार्ति चिदंबरम ने राहुल गांधी के पीएम पद के प्रत्याशी के सवाल पर कहा, मचा बवाल, पार्टी ने जारी किया नोटिस
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 10, 2024 12:44 PM2024-01-10T12:44:38+5:302024-01-10T12:53:01+5:30
कार्ति चिदंबरम ने एक टीवी इंटरव्यू में पार्टी नेतृत्व की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। जिसके बाद तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
नई दिल्ली/चेन्नई: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बेटे और लोकसभा के सांसद कार्ति चिदंबरम ने एक टीवी इंटरव्यू में पार्टी नेतृत्व की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। जिसके बाद तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
हालांकि पार्टी के भीतर कार्ति चिदंरम के समर्थकों का कहना है कि तमिनाडु कांग्रेस को अधिकार नहीं है कि वो उन्हें नोटिस जारी करे क्योंकि कार्ति अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार यह विवाद तमिल समाचार चैनल थांथी टीवी को दिये कार्ति चिदंबरम के हालिया इंटरव्यू के बाद शुरू हुआ। जहां उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्षमताओं की जमकर प्रशंसा की।
कार्ति ने अपने इंटरव्यू में कहा, "राजनीतिक दल के लिए प्रचार आज की वास्तविकता है और मैं यह कहने में जरा भी पीछे नहीं हटूंगा कि इसमें कोई भी मोदी का मुकाबला नहीं कर सकता।"
इस मामले में तमिलनाडु कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “यह निश्चित रूप से अच्छा नहीं था। खासकर, राहुल गांधी की ताकत को कमतर आंकना पार्टी कैडर द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। कार्ति को जारी हुआ नोटिस पार्टी के भीतर अनुशासन को बनाए रखने के लिए जरूरी है। पार्टी का साफ संदेश है कि अगर कोई पार्टी की विचारधारा और नेतृत्व के खिलाफ बोलता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
दरअसल 39 मिनट के उस इंटरव्यू में जब कार्ति से कांग्रेस के पीएम उम्मीदवार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस पर विचार-विमर्श चल रहा है।
कार्ति ने कहा, “लेकिन मेरा दृढ़ विश्वास है कि पीएम प्रत्याशी के बारे में जल्द ही नाम सार्वजनिक किया जाना आवश्यकता है। इसके बाद हमें चुनाव में अपने वादों और योजनाओं की घोषणा करने का समय नहीं होगा। हमें कम से कम छह से चार महीने पहले पार्टी के पीएम प्रत्याशी का ऐलान कर देना चाहिए। वही लोगों के मन तक पहुंचता है।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे उम्मीद है कि पार्टी जनवरी तक बीजेपी की जय श्री राम और बुलडोजर पॉलिटिक्स के खिलाफ एक नैरेटिव लेकर आएगी। पिछले 10 वर्षों में लोगों के जीवन में सुधार हुआ या नहीं? मेरा मानना है कि औसत लोगों के जीवन में बिल्कुल भी सुधार नहीं हुआ है। उनके दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए पार्टी द्वारा मुद्रास्फीति और आर्थिक नुकसान को उजागर किया जाना चाहिए।”
यह पूछे जाने पर कि क्या वह कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम पद के लिए अच्छा उम्मीदवार मानते हैं, कार्ति ने कहा कि खड़गे 53 साल से अधिक समय से राजनीति में रहने वाले एक अनुभवी राजनेता हैं। दो पार्टियों ने उनका नाम सुझाया है लेकिन दूसरों को भी उस राय पर आना होगा. यदि आप मुझसे पूछें कि क्या वह निश्चित रूप से उस पद के लिए योग्य हैं।''
चिदंबरम के बेटे ने कहा, ''मुझे लगता है कि अगर आप मोदी के खिलाफ पीएम उम्मीदवार पेश कर रहे हैं तो यह काम जल्दी करना चाहिए। मुझे नहीं पता कि अगर हम अंतिम समय में अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करते हैं तो हम उनकी प्रचार मशीनरी की बराबरी नहीं कर पाएंगे, भले ही आप क्यों न किसी लोकप्रिय अभिनेता या क्रिकेट खिलाड़ी को उस पद पर लाएं क्योंकि मोदी का प्रचार काफी समय से हो रहा है।"
इसके बाद कार्ति से पूछा गया, "क्या खड़गे मोदी का मुकाबला कर सकते हैं?" कार्ति ने बेहद चौंकाने वाला जवाब देते हुए कहा, "चुनावी प्रचार की आज की वास्तविकता में मैं साफ कहूंगा कि कोई भी मोदी का मुकाबला नहीं कर सकता है।"
जब उनसे अगला सवाल किया गया, "क्या होगा यदि राहुल गांधी कांग्रेस की ओर से प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार बने?"
कार्ति ने फौरन कहा, “यह बेहद मुश्किल है, अगर आप उनकी प्रचार मशीनरी और एक प्रधानमंत्री के रूप में स्वाभाविक लाभ लेते हैं तो मेरा मानना है कि भाजपा को हराना अभी भी संभव है। अगर हम चुनावी अंकगणित का पालन करें और राजनीतिक संदेश को ठीक से लें तो मोदी की लोकप्रियता के बावजूद भाजपा को हराया जा सकता है लेकिन अगर आप मुझसे मोदी जैसा शक्तिशाली नाम के आदे कोई और नाम पूछेंगे तो मैं आपको तुरंत कोई नाम नहीं बता सकता।"
उन्होंने आगे कहा, "यदि कांग्रेस के औसत कार्यकर्ताओं से पूछें तो वे चाहते हैं कि राहुल गांधी को पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए। इंडिया ब्लॉक द्वारा खड़गे के नाम का सुझाव देने के पीछे कई और कारण भी हो सकते हैं। मेरी समझ में व्यक्तित्व युद्ध में मोदी को हराया नहीं जा सकता लेकिन अगर हम लड़ाई को राजनीतिक बनाते हैं या गंभीर मुद्दों को उठाते हैं तो हमारी जीत हो सकती है।"
कार्ति ने इंटरव्यू में यह भी कहा कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस को जो बढ़त मिली थी, वह हाल के चार राज्यों के चुनावों में बरकरार नहीं रही। उन्होंने कहा, "अगर तेलंगाना चुनाव अकेले होते तो शायद यह हमारे लिए बहुत बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला होता।"