नई दिल्ली: बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय द्वारा मानहानि का मुकदमा दायर करने के बाद अब आरएसएस सदस्य शांतनु सिन्हा ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि महिलाओं के 'यौन शोषण' पर उनके सोशल मीडिया पोस्ट का उद्देश्य मालवीय की छवि को खराब करना नहीं था।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार शांतनु सिन्हा ने इसे अपमानजनक बताया कि कांग्रेस पार्टी अमित मालवीय और भाजपा के खिलाफ ''घृणा'' फैला रही है। उन्होंने पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई की भी आलोचना की और कहा कि वह यह देखकर "आश्चर्यचकित" हैं कि राज्य भाजपा के किसी भी व्यक्ति ने मेरे 'पोस्ट' का अभिप्राय समझने की कोशिश नहीं की और संदिग्ध भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा, "मैं स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं कि मेरे एक्स पोस्ट का उद्देश्य अमित मालवीय को बदनाम करना नहीं था, बल्कि हनी ट्रैप में न फंसने की चेतावनी देना था। जिसे सबसे पहले त्रिपुरा राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने प्रकाश में लाया था।“
शांतनु ने कहा, "पोस्ट में किसी भी कोने में अमित मालवीय द्वारा महिलाओं के यौन शोषण के बारे में कोई फुसफुसाहट नहीं है बल्कि मैंने वहां अपना डर व्यक्त किया है कि क्या इतनी पराजय के बावजूद अपने पद पर बने रहने के लिए पार्टी के बेईमान नेता अमित मालवीय को हनी ट्रैप में फंसा लेंगे।"
उन्होंने अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा, "मैंने पोस्ट में कुछ भी अप्रिय नहीं लिखा है। मैं, एक संघ स्वयं सेवक, एबीवीपी का पूर्व राज्य सचिव और राज्य विधानसभा चुनाव और कोलकाता नगर निगम चुनाव में प्रतियोगी नहीं चाहता कि मेरे पोस्ट की गलत व्याख्या करके भारतीय जनता पार्टी और उसके पदाधिकारियों को किसी भी तरह से कमजोर किया जाए।"
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस ने सिन्हा की 7 जून, 2024 की कथित 'यौन शोषण' पोस्ट के बाद अमित मालवीय को उनके पद से हटाने की मांग की थी।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ''बीजेपी नेता राहुल सिन्हा से जुड़े आरएसएस सदस्य शांतनु सिन्हा ने कहा है कि बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय नापाक गतिविधियों में शामिल हैं। वह न केवल 5 सितारा होटलों में बल्कि पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यालयों में भी महिलाओं का शोषण करते हैं। हम भाजपा से केवल महिलाओं के लिए न्याय चाहते हैं।''
श्रीनेत ने कहा कि घटना की स्वतंत्र जांच तभी संभव है, जब अमित मालवीय को उनके पद से हटा दिया जाए।
उन्होंने कहा, "वास्तविकता यह है कि पीएम मोदी के शपथ लेने के 24 घंटे से भी कम समय बाद भाजपा के एक बहुत ही प्रमुख पदाधिकारी, उसके आईटी सेल के प्रमुख के खिलाफ यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आज हम अमित मालवीय को तत्काल पद से हटाने की मांग करते हैं। उनकी स्थिति। यह एक अत्यंत प्रभावशाली स्थिति है और इसकी कोई स्वतंत्र जांच नहीं हो सकती, जब तक कि उन्हें उनके पद से नहीं हटाया जाता।''