बिहार विधानसभा की कार्यवाही आज चौथे दिन स्मार्ट मीटर और सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर हुए हंगामे की भेंट चढ़ गई
By एस पी सिन्हा | Updated: November 28, 2024 16:12 IST2024-11-28T16:12:24+5:302024-11-28T16:12:37+5:30
विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर ने विपक्ष के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। विधायक सदन के भीतर वेल में आकर हंगामा करने लगे।

बिहार विधानसभा की कार्यवाही आज चौथे दिन स्मार्ट मीटर और सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर हुए हंगामे की भेंट चढ़ गई
पटना: बिहार विधानसभा में शीतकालीन सत्र के आज चौथे दिन सदन में स्मार्ट मीटर और विधायकों के सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर ने विपक्ष के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। विधायक सदन के भीतर वेल में आकर हंगामा करने लगे।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने गुस्से में कहा कि ‘सुन लीजिए इसके गंभीर परिणाम हो जाएंगे, बैठ जाइए। अव्यवस्था मत फैलाइए। इसके बाद उन्होंने मार्शल को आदेश दिया कि ‘बाहर निकालो यहां से इन्हें। भारी हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
राजद विधायकों ने आसन के सामने आकर हंगामा करना शुरू किया तो इसे लेकर अध्यक्ष ने उन्हें कड़ी चेतावनी दी। राजद सहित अन्य विपक्षी विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष ने अपनी सीटों पर जाकर बैठने को कहा। हालांकि हंगामा कर रहे विपक्षी विधायक वेल में आकर नारेबाजी करते रहे। इतना ही नहीं राजद विधायक भाई वीरेंद्र जब आसन की ओर बढ़े तो विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें जोरदार चेतावनी दी। लेकिन भाई वीरेन्द्र मुख्यमंत्री की सीट के पास पहुंच गए।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शल को आदेश दिया कि भाई वीरेंद्र को पकड़कर सदन से बाहर किया जाए। इसके बाद मार्शलों ने उन्हें पकड़ लिया और जबरन खींचकर हटाया। दरअसल, राजद विधायक आलोक मेहता ने सदन में सिटिंग अरेजमेंट को लेकर सवाल उठाया। जिसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और बेल में जा पहुंचे।
इस दौरान विपक्ष के विधायक सत्तापक्ष की तरफ़ आकर बैठ गए और पक्ष-विपक्ष के बीच खूब नोकझोंक हुई। वहीं, प्रश्न काल के बाद दोपहर 12 बजे उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने सदन के पटल पर बिहार सरकार साल 2016 से 2022 तक के सीएजी की रिपोर्ट को रखा। भारी हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
वहीं, सदन में हुए बवाल को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहा कि सीटिंग अरेंजमेंट में तीन सत्र से राजद के बागी विधायक मंत्रियों के सीट पर बैठ रहे हैं। नियमानुसार आज भी वो राजद के विधायक हैं। सदन नियम कायदा से चलता है। हमलोगों ने कई बार विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर उन पर कार्रवाई करने की मांग की है, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं की गई है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम विधानसभा अध्यक्ष पर विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग बागी विधायकों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सबका सीट अलॉट है, कोई भी कहीं कैसे जा कर बैठ सकता है? जब हमने कार्रवाई लिखित रूप से दे दिया है लिख के, तब राजद विधायकों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रहा है?
तेजस्वी ने कहा कि उनके विधायक सरकार को चेताने के लिए सदन में उठकर गए। सदन नियम से नहीं चल रहा है। सरकार नियम से ऊपर हो गई है। इसको लेकर विधायकों में रोष था। उन्होंने कहा कि राजद विधायकों ने सरकार की आंख खोलने के लिए ऐसा किया है। जब कोई कहीं जाकर बैठ सकता है तो हम लोग भी मंत्रियों की कुर्सी पर जाकर बैठ सकते हैं।