शहीद कर्नल संतोष बाबू की मां ने कहा- मां होने के नाते दुखी हूं लेकिन मुझे अपने बेटे पर गर्व है

By अनुराग आनंद | Published: June 17, 2020 05:31 AM2020-06-17T05:31:41+5:302020-06-17T05:31:41+5:30

चीन की ओर से हुए इस हमले में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं, भारतीय सेना का कहना है कि चीन के भी करीब 43 जवान मारे गए हैं या घायल हुए हैं। 

The mother of martyr Colonel Santosh Babu said- I am sad as a mother but I am proud of my son | शहीद कर्नल संतोष बाबू की मां ने कहा- मां होने के नाते दुखी हूं लेकिन मुझे अपने बेटे पर गर्व है

भारत-चीन पर सीमा विवाद और अधिक गहराया (फाइल फोटो)

Highlightsकर्नल संतोष की मां को सदमा न लगे, इसलिए उनकी पत्नी ने पति के शहीद होने की खबर पूरी रात छिपाए रखा।शहीद की मां ने कहा कि शहीद कर्नल की पत्नी ने मंगलावर दोपहर उन्हें इस बारे में बताया है।लद्दाख सीमा पर चीनी सेना के हमले में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं।

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख के भारत-चीन बॉर्डर पर गलवान घाटी में भारतीय सेना के तरफ से नेतृत्व कर रहे कर्नल संतोष बाबू के शहीद होने पर उनकी मां ने कहा है कि मां होने के नाते दुखी हैं लेकिन उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके बेटे ने देश के लिए अपनी जान दी।

बता दें कि भारत व चीन की सेना के बीच पूर्वी लद्दाख में विवाद अब काफी अधिक बढ़ गया है। एलएसी पर जारी विवाद के बीच सोमवार रात हुए हिंसक झड़प में चीनी सेना ने धुर्तता से भारतीय जवानों पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं, भारतीय सेना का कहना है कि चीन के भी करीब 43 जवान मारे गए हैं या घायल हुए हैं। 

न्यूज 18 से बात करते हुए कर्नल की मां ने कहा कि मैं दुखी हूं लेकिन मुझे अपने बेटे पर गर्व है कि उसने देश के लिए अपनी जान दे दी। यही नहीं कर्नल की मां ने कहा कि  मेरी बहू को सोमवार रात ही इसकी जानकारी मिली थी। लेकिन, पति के शहीद होने के दर्द का उसने मुझे अहसास तक नहीं होने दिया। शहीद की मां ने कहा कि शहीद कर्नल की पत्नी ने मंगलावर दोपहर उन्हें इस बारे में बताया है।

भारतीय सेना ने कहा झड़प वाले स्थान से दोनों देशों के सेना हट गए हैं-

इस घटना पर मंगलवार शाम को भारतीय सेना ने प्रेस को बताया कि चीनी सेना के जवानों को भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारतीय सेना ने अपने अधिकारिक बयान में कहा है कि भारतीय वीरों ने इस संघर्ष में ड्रैगन को धूल चटाते हुए बड़ी संख्या में उसके सैनिक मार गिराए। इस बीच भारतीय सेना ने कहा है कि है कि हम भारत की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा को प्रतिबद्ध हैं।

इस बीच सेना ने बयान जारी करके कहा है कि भारतीय और चीनी सैनिक 15-16 जून की रात हुई झड़प वाले स्थान से हट गए हैं। सेना ने बयान में कहा कि जान गंवाने वाले 20 में से 17 सैनिक गतिरोध वाले स्थान पर, शून्य से नीचे तापमान में ड्यूटी के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सेना ने रात करीब 10 बजे एक जारी बयान में कहा, ''भारतीय सेना क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए दृढ़ता के साथ प्रतिबद्ध है।''

लद्दाख में चीन के साथ झड़प पर आया विदेश मंत्रालय का बयान
 

मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत जारी है। उन्होंने कहा, '6 जून को सीनियरों कमांडरों की अच्छी बैठक हुई। इसके बाद ग्राउंड कमांडरों के बीच कई बैठकें हुई'। श्रीवास्तव ने आगे कहा कि हमें उम्मीद थी कि सबकुछ अच्छे से होगा।

चीनी पक्ष गलावन वैली में LAC का सम्मान करते हुए पीछे चला गया, लेकिन चीन के द्वारा स्थिति बदलने की एकतरफा कोशिश करने पर 15 जून को एक हिंसक झड़प हो गई। इसमें दोनों पक्षों के लोगों की मौत हुई है, इससे बचा जा सकता था। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि सीमा प्रबंधन को लेकर भारत का जिम्मेदार रवैया है। भारत सारे काम LAC में अपनी सीमा के अंदर ही करता है, चीन से भी ऐसी उम्मीद हम रखते हैं।'

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