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मोदी और शाह उप्र में जितना अधिक प्रचार करेंगे, भाजपा की जीत की संभावना उतनी ही कम होगी: गहलोत

By भाषा | Updated: December 30, 2021 19:14 IST

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जयपुर, 30 दिसंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश में जितना अधिक प्रचार करेंगे भाजपा की जीत की संभावना उतनी ही कम होगी।

गहलोत ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सभी काम छोड़कर उत्तर प्रदेश में कैंप (डेरा डाले) किए हुए हैं। पहले पश्चिम बंगाल में कैंप किया था़.. वहां मुंह की खानी पड़ी, अबकी बार उत्तर प्रदेश में कैंप किया है, तो मैं समझता हूं कि जितना कैंप करेंगे उतनी संभावना जीतने की कम हो जाएगी उनकी, क्योंकि जनता सब समझती है।’’

गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में हरिद्वार और रायपुर में धर्म संसद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया और पूछा कि प्रधानमंत्री ने इस तरह के कृत्यों की निंदा और अपील क्यों नहीं की।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का मैसेज (संदेश) मायने रखता है, प्रधानमंत्री अपील क्यों नहीं करते हैं, धर्म संसद में जो कुछ हुआ उसकी निंदा करनी चाहिए थी उनको, रायपुर में जो कुछ हुआ उसकी निंदा करनी चाहिए थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ आप गांधी को अपना रहे हो और एक तरफ गांधी के बारे में जो लफ्ज़ काम में लिए गए, फिर भी कुछ नहीं बोल रहे हो, तो ये दो बातें नहीं चल सकती हैं।’’

रायपुर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करने वाले हिन्दू धर्मगुरु कालीचरण महाराज की गिरफ्तार पर टिप्पणी करते हुए गहलोत ने कहा कि जब देश में इस तरह का माहौल है तो लोग ऐसी बातें करने की हिम्मत करते हैं। उन्होंने देश के वर्तमान में माहौल को ‘‘बेहद खतरनाक’’ करार देते हुए कहा कि देश में माहौल को ठीक करने की जरूरत है और इसके लिये केन्द्र सरकार पर लगातार जनता का दबाव होना चाहिए।

गहलोत ने कहा, ‘‘ये बहुत खतरनाक माहौल है और मैं समझता हूं कि केंद्र सरकार पर जनता का भी दबाव लगातार बने रहना चाहिए, तब जाकर उनको समझ में आएगा कि हमें किस दिशा में जाना है और कैसे हमें मैसेज (संदेश) देना है।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष के रूप में अपना कर्त्तव्य निभा रही है और पार्टी नेता राहुल गांधी सभी मुद्दों को उठाते रहे हैं.. चाहे वह मुद्रास्फीति हो, बेरोजगारी हो, या कोरोना वायरस टीकाकरण हो और यह सत्ता पक्ष की जिम्मेदारी है कि वह विपक्ष की भावनाओं का सम्मान करे।

उन्होंने कहा, ‘‘माहौल को ठीक करने की आवश्यकता है और जिम्मेदारी सबसे बड़ी केंद्र सरकार की है, सत्तारूढ़ पार्टी की होती है, विपक्ष तो अपना धर्म निभा ही रहा है।’’ उन्होंने कहा कि देश तभी आगे बढेगा जब एकता, भाईचारा और सद्भाव होगा और सबसे बड़ी जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की होगी।

गहलोत ने कहा, ‘‘जो सत्ता में पार्टी है, उसकी जिम्मेदारी बनती है कि वो विपक्ष की भावनाओं का सम्मान करे, अपनी खुद की पार्टी के हित में, अपनी सरकार के हित के अंदर और देश के हित के अंदर।‘‘

उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष अपना फर्ज निभाग रहा है। राहुल गांधी वो व्यक्ति हैं जो हर मामले पर, चाहे कोरोना वायरस आया तो उन्होंने फरवरी में ही चेता दिया, टीकाकरण की बात उन्होंने की, हर चीज पर वो आगाह कर रहे हैं, बेरोजगारी पर कर रहे हैं, महंगाई पर कर रहे हैं, विपक्ष तो यही कह सकता है।’’

मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढते मामलों पर चिंता व्यक्त की और लोगो से संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिये कोरोना वायरस संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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