थाइलैंड कोर्ट ने दिया भारत को झटका, दाऊद इब्राहिम के करीबी मुन्ना झिंगड़ा का प्रत्यर्पण टला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 2, 2019 08:16 AM2019-10-02T08:16:52+5:302019-10-02T08:16:52+5:30
भारत को उम्मीद थी गैंगस्टर मुन्ना के प्रत्यर्पण से दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान में उपस्थिति की पुष्टि हो जाती। फर्जी पासपोर्ट में मुन्ना का नाम मोहम्मद सलीम बताया गया।
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी के एक बड़े गैंगस्टर को थाइलैंड से वापस लाने के भारत के प्रयास को बड़ा झटका लगा है। मुन्ना झिंगड़ा नाम का यह गैंगस्टर छोटा राजन की हत्या के प्रयास में 16 सालों से थाइलैंड की जेल में सजा काट चुका है।
थाइलैंड की अदालत ने एक निचली अदालत के 2018 में दिये गये उस फैसले को खारिज कर दिया है जिसमें उसे भारतीय नागरिक बताया गया था और इसी आधार पर उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी गई थी। भारत की खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने इस फैसले पर निराशा जाहिर किया।
भारत को उम्मीद थी गैंगस्टर मुन्ना के प्रत्यर्पण से दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान में उपस्थिति की पुष्टि हो जाती। खुफिया सूत्रों के मुताबिक यही वजह है कि पाकिस्तान थाइलैंड के सिस्टम में मौजूद ISI कॉन्टैक्ट के जरिये अपने पावर का इस्तेमाल कर फैसला अपने पक्ष में चाहता है।
सूत्रों के मुताबिक थाइलैंड कोर्ट का फैसला ISI के लिये सफलता है और भारत के लिये झटका है। बताया जा रहा है कि ISI ने ही मुन्ना का पाकिस्तान का फेक पासपोर्ट बनाया जिसमें उसका नाम मोहम्मद सलीम बताया गया। छोटा राजन को मारने के लिये मुन्ना जब फेक पासपोर्ट के साथ थाइलैंड पहुंचा तो वहां उसके सुरक्षा का जिम्मा पाकिस्तानी दूतावास के हवाले ही था।