लोकसभा चुनाव के बाद लंबे समय तक गायब रहे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मैदान में वापस आने का संकेत दे दिया है। ट्वीट में उन्होंने इस बात का भी जवाब दिया है कि वो अभी तक कहां थे। ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से मैं अपने लंबे समय से विलंबित लिगामेंट और एसीएल की चोट के इलाज में व्यस्त था। हम उस जनता के प्रति जवाबदेह हैं जो हमारे भीतर एक समाजवादी धर्मनिरपेक्ष और सामाजिक न्याय का विकल्प खोजते हैं। मैं सभी को आश्वस्त करता हूं कि हम बहुत हैं और लड़ाई जारी है।
अपने ट्वीट के जरिए ही मीडिया पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने लिखा कि राजनीतिक विरोधियों के अलावा मीडिया के भी एक हिस्से को देख रहा हूं जो मसालेदार कहानियां पका रहा है। उन्होंने कहा कि हाल कि घटनाओं ने उन्हें चीजों को अलग तरह से देखने का नजरिया दिया है।
ट्वीट के जरिए ही तेजस्वी ने कहा कि आरजेडी अपने स्थापना के समय से ही गरीब लोगों के संघर्ष का केंद्र में रही है। सिर्फ एक चुनावी हार की वजह से हम अपने इस स्थान को नहीं खोएंगे। बिहार की जनता और अपने जुझारू कार्यकर्ताओं को को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम गरीब जनता के हर दिन की समस्याओं की लड़ाई नए सिरे से लडेंगे।
तेजस्वी का यह ट्वीट उस समय आया है जब चमकी बुखार से पीड़ित बिहार की सरकार और प्रशासन पर चारों तरफ से सवाल खड़े हो रहे थे और इस पूरे मामले में तेजस्वी की तरफ से चुप्पी छाई रही। इस पर विपक्षी पार्टियों और अन्य लोगों ने सवाल भी उठाए थे। मुजफ्फरपुर में तो कई जगह पर लोगों ने तेजस्वी यादव की गुमशुदी का पोस्टर भी चिपकाया था।विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी को लेकर सवाल उठाते रहे कि सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले तेजस्वी चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चों की मौत के बाद ट्वीटर पर भी संवेदना के दो शब्द नहीं लिख पाए हैं। तेजस्वी के ट्विटर को देखें तो उनका आखिरी ट्वीट 11 जून का था, जिसमें उन्होंने अपने पिता और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी थी।