तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना, कहा- बिहार में भ्रष्टाचार की जड़ें मुख्यमंत्री आवास तक पहुंची
By एस पी सिन्हा | Updated: June 15, 2025 18:25 IST2025-06-15T18:24:51+5:302025-06-15T18:25:02+5:30
तेजस्वी यादव ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की शिकायतें भी सुनी नहीं जातीं। उन्होंने “डीके बॉस” को “सुपर सीएम” करार दिया, जिसके सामने मुख्य सचिव के पत्रों का भी कोई सम्मान नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नाक के नीचे क्या हो रहा है कुछ नहीं पता है।

तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना, कहा- बिहार में भ्रष्टाचार की जड़ें मुख्यमंत्री आवास तक पहुंची
पटना: बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में सब कुछ बिगड़ चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को “अचेत अवस्था” में बताते हुए तेजस्वी ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। अपराधी बेलगाम हैं और भ्रष्टाचार चरम पर है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की जड़ें मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच गई हैं। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश की जदयू भुंजा लोगों को वोट बैंक के लिए लोगों का इस्तेमाल तो करती है, लेकिन उनकी समस्याओं की कोई चिंता नहीं। सरकार में रिटायर्ड अधिकारी हावी हैं जो चढ़ावा लेकर मनचाही पोस्टिंग दिलवाते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की शिकायतें भी सुनी नहीं जातीं। उन्होंने “डीके बॉस” को “सुपर सीएम” करार दिया, जिसके सामने मुख्य सचिव के पत्रों का भी कोई सम्मान नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नाक के नीचे क्या हो रहा है कुछ नहीं पता है।
तेजस्वी ने कहा कि इन लोगों को दलित, पिछडो, अल्पसंख्यक का वोट लेना होता है, लेकिन उनके लिए कुछ नहीं करते हैं। यहां तक कि प्रतिदिन पुलिस पर हमला होता है और बिहार में रिटायर्ड अधिकारी बिहार चलाते हैं। ट्रांसफर पोस्टिंग में जो चढ़ावा मिलता है उसके हिसाब से पोस्टिंग किया जाता है।
हालिया में गठित अलग अलग आयोगों में लोगों को जगह दिए जाने पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार तो बिहार में दामाद आयोग बनाकर छोड़ दिए हैं। उनका इशारा रामविलास पासवान, जीतन राम मांझी और अशोक चौधरी के दामादों को अलग अलग आयोग में जगह मिलने से था।
इसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास अधिकारी दीपक कुमार की पत्नी को भी आयोग में जगह मिलने पर उन्होंने हैरानी जताई। यहां तक कि दीपक कुमार की पत्नी की पहचान उजागर न हो इसके लिए उनके पिता का नाम बताया गया।
उन्होंने इसे बिहार के साथ बड़ा छलावा करार दिया। साथ ही जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की बेटी को सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट जनरल बनाने पर भी उन्होंने इसे सरकार द्वारा अपने परिजनों को मलाईदार जगह सौपना कहा।
उन्होंने कहा कि एक ओर कई ऐसे वकील हैं, जिन्हें 20-20 साल से कोई पद नहीं मिला है तो दूसरी ओर जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की बेटी पर इतनी बड़ी मेहरबानी दिखाई जाती है। तेजस्वी ने सवाल किया कि किस आधार पर उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिली?
तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि मुख्य सचिव ने कई बार जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे अधिकारियों का हौसला बढ़ गया है।
उन्होंने नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि ईडी और सीबीआई के केस होने के बावजूद, सत्ता में रहने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही।