लालू परिवार में 'महाभारत'! तेज प्रताप के फेसबुक पोस्ट के क्या है मायने? लिखा- 'तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम'
By एस पी सिन्हा | Updated: August 23, 2021 10:40 IST2021-08-23T09:04:35+5:302021-08-23T10:40:06+5:30
तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर एक कविता सोशल मीडिया पर शेयर कर आरजेडी में चल रहे घमासान को सामने ला दिया है. वे संजय यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं.

तेज प्रताप ने फिर साधा आरजेडी के नेताओं पर निशाना (फोटो- फेसबुक)
पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार और पार्टी में जारी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. बगावती तेवर में लालू के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर तेजस्वी पर निशाना साधा है. तेज प्रताप राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह तथा तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं.
तेज प्रताप ने अब फेसबुक पर पोस्ट लिखकर पार्टी के नेताओं को चेतावनी दी है. तेज प्रताप ने रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविता 'कृष्ण की चेतावनी' के कुछ प्रसंगों को फेसबुक पर शेयर कर तेजस्वी पर हमला बोला है.
इस फेसबुक पोस्ट में वे किसे दुर्योधन बता रहे हैं, इसकी तो उन्होंने चर्चा नहीं की है, लेकिन उनके संकेत तेजस्वी की ओर है. तेजप्रताप के इस पोस्ट पर सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. उधर, तेजस्वी ने दो-टूक कहा है कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
इसके बावजूद तेज प्रताप झुकने को तैयार नहीं दिख रहे हैं. तेज प्रताप ने दिनकार के काव्य संग्रह 'रश्मिरथी' के तृतीय सर्ग 'कृष्ण की चेतावनी' के माध्यम से पार्टी महाभारत के जंग की अंतिम चेतावनी दे डाली है. उन्होंने इसके जरिए कहा है कि मैं परिवार के खिलाफ नहीं कुछ बोलूंगा, मगर शांति स्थापित होने की पहल होनी चाहिए.
कविता के जरिए तेजप्रताप ने राजद परिवार में अपनी हक की मांग की है. उन्होंने लिखा है कि दो न्याय अगर तो आधा दो. इसमें भी अगर बाधा हो. तो केवल दे दो पांच ग्राम. रखो अपनी धरती तमाम. तेजप्रताप के इस पोस्ट के बाद राजद के भीतर जारी सत्ता संघर्ष सामने आ गया है.
तेजप्रताप ने अपने फेसबुक पेज पर यह कविता पोस्ट की है. इसमें भगवान कृष्ण व दुर्योधन संवाद के तहत उनकी नजर में दुर्योधन कौन है, इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. इससे पहले 21 अगस्त को भी तेज प्रताप ने तेजस्वी के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की थी और लिखा था, 'चाहे जितना षड्यंत्र रचो, कृष्ण- अर्जुन की ये जोड़ी तोड़ नहीं पाओगे!'
हालिया घटनाक्रम को देखें तो उनका इशारा पार्टी के प्रदेश अघ्यक्ष जगदानंद सिंह की ओर है. जगदानंद सिंह ने तेज प्रताप यादव के करीबी आकाश यादव को छात्र राजद के अध्यक्ष पद से हटा दिया है, जिसे तेज प्रताप पर लगाम लगाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप मामले में कहा था कि नाराजगी होती रहती है, लेकिन माता-पिता ने हम सभी को संस्कार दिए हैं कि बडों का आदर करें. साथ ही अनुशासन में रहें. वहीं अब माना जा रहा है कि तेज प्रताप की लड़ाई अब लालू यादव के पास पहुंच गई है.
उल्लेखनीय है कि राजद में सियासी कलह तेजप्रताप के एक बयान से शुरू हुआ. तेज प्रताप अपने बयान में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर बता दिया, जिसके बाद जगदानंद सिंह ने छात्र राजद में आकाश यादव के बजाय गगन कुमार को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया.