चेन्नईः तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2026 में होने वाला है। इस बीच भाजपा और एआईएडीएमके के बीच गठबंधन हो गया है। भाजपा-एआईएडीएमके गठबंधन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आगामी तमिलनाडु चुनाव में लोग डीएमके के भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था के मुद्दों, दलितों और महिलाओं पर अत्याचारों पर वोट देंगे। डीएमके सरकार ने 39,000 करोड़ रुपये का शराब घोटाला, रेत खनन घोटाला, ऊर्जा घोटाला, ईएलसीओटी घोटाला, परिवहन घोटाला, मनी लॉन्ड्रिंग घोटाला किया है। ऐसे कई अन्य घोटाले हैं जिनके बारे में डीएमके को तमिलनाडु के लोगों को जवाब देना चाहिए।
तमिलनाडु के लोग उदयनिधि और स्टालिन से जवाब मांग रहे हैं। आज AIADMK और भाजपा के नेताओं ने मिलकर तय किया है कि आने वाला तमिलनाडु विधानसभा चुनाव AIADMK, भाजपा और साथी दल मिलकर लड़ेंगे। एक प्रकार से AIADMK 1998 से NDA गठबंधन का हिस्सा है और लंबे समय तक मोदी जी और महान जयललिता जी ने साथ मिलकर राष्ट्रीय राजनीति में काम किया है।
मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में जो चुनाव होने वाला है, उसमें NDA फिर से प्रचंड बहुमत हासिल करेगा और तमिलनाडु में एक बार फिर NDA की सरकार बनेगी। तमिलनाडु के अंदर DMK पार्टी सनातन धर्म, free language policy और कईं ऐसे मुद्दे उठा रही है। उसका एकमात्र उद्देश्य मूल मुद्दों से ध्यान हटाना है। आने वाले चुनाव में DMK सरकार के घनघोर भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था, दलितों और महिलाओं पर अत्याचार के मुद्दों पर तमिलनाडु की जनता वोट करने जा रही है।
तमिलनाडु में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये भारतीय जनता पार्टी एवं राज्य विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने शुक्रवार को गठबंधन की घोषणा की। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया कि प्रदेश में 2026 का विधानसभा चुनाव अन्नाद्रमुक अध्यक्ष एडप्पादि के. पलानीस्वामी के नेतृत्व में लड़ा जायेगा।
अलग होने के करीब दो साल बाद दोनों पार्टियों के बीच फिर से गठबंधन होने पर शाह ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य स्तर पर पलानीस्वामी का नेतृत्व होगा। शाह ने यहां पलानीस्वामी और प्रदेश भाजपा के निवर्तमान अध्यक्ष के अन्नामलाई के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अन्नाद्रमुक एवं भाजपा ने अगला (साल) चुनाव (साथ) लड़ने का फैसला किया है...1998 से, अन्नाद्रमुक पार्टी भाजपा गठबंधन का हिस्सा रही है(अलग अलग समय पर)। प्रधानमंत्री मोदी और दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता ने केंद्र-राज्य संबंधों के लिए काम किया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम एडप्पादी पलानीस्वामी के नेतृत्व में मिलकर सरकार बनाएंगे।’’ उन्होंने संकेत दिया कि राजग के जीतने पर यह गठबंधन सरकार होगी। उन्होंने विश्वास जताया कि राजग को ठोस जनादेश मिलेगा और वह सरकार बनाएगा। कुछ मुद्दों पर अन्नाद्रमुक के अलग-अलग रुख पर शाह ने कहा कि बैठकर चर्चा की जाएगी और जरूरत पड़ने पर न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया जाएगा।
उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक की आलोचना की और आरोप लगाया कि वह सनातन धर्म, तीन भाषा नीति और परिसीमन जैसे मुद्दों को केवल महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने के इरादे से उठा रही है। शाह ने कहा कि लोग कई ‘घोटालों’ पर सत्तारूढ़ सरकार से जवाब मांग रहे हैं और वे वास्तविक मुद्दों पर वोट करेंगे।