नई दिल्ली: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन बेटे और सरकार में मंत्री डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर की गई विवादित टिप्पणी अब एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गई है। बीजेपी डीमएमके नेता के बयान को लेकर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर हमलावर है। अब DMK नेता पोनमुडी का दिया गया एक बयान सुर्खियों में हैं जिसमें वह कहते दिखाई दे रहे हैं कि I.N.D.I.A गठबंधन का गठन ही सनातन धर्म के विरोध और उसे खत्म के लिए हुआ है।
इसे लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रसाद ने कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी और उनके पुत्र ने भी सनातन धर्म का विरोध किया था। लालू जी की पार्टी के अध्यक्ष ने बिहार में कहा कि जो तिलक लगाते हैं, उन्होंने देश को गुलाम बनाया। लेकिन लालू जी और कांग्रेस पार्टी इसपर चुप हैं।इससे यही साबित होता है कि सनातन विरोध ही तथाकथित घमंडिया गठबंधन का एजेंडा है।"
डीएमके सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी के भाषण पर रविशंकर प्रसाद ने कहा, "डीएमके सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी ने बताया कि INDI गठबंधन का गठन सनातन धर्म से लड़ने और उसे खत्म करने के लिए किया गया था। वह सही है! उन्होंने ये टिप्पणी उसी सम्मेलन में की, जिसमें मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया, कोरोना और डेंगू जैसी बीमारियों से की थी और इसके उन्मूलन का आह्वान किया था। यह शर्मनाक है!"
रविशंकर प्रसाद से पहले बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सनातन धर्म को लेकर की जा रही टिप्पड़ियों के लिए विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर लिखा कि I.N.D.I गठबंधन की मुम्बई बैठक के दो दिन बाद उदयनिधि स्टालिन का बयान आना, फिर प्रियांक खड़गे का सनातन पर आघात और आज DMK के मंत्री द्वारा ये स्वीकार करना कि I.N.D.I गठबंधन का गठन ही सनातन धर्म के विरोध में किया गया था, यह सोनिया गांधी, राहुल और कांग्रेस की एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस और I.N.D.I गठबंधन को इस बयान पर अपना मत स्पष्ट करना चाहिए, इनको बताना चाहिए कि क्या संविधान में किसी धर्म के बारे में आपत्तिजनक बयान देने का अधिकार है ? I.N.D.I गठबंधन के लोगों को क्या संविधान के प्रावधानों की जानकारी नहीं है ? I.N.D.I गठबंधन, कांग्रेस, सोनिया और राहुल बताएं मोहब्बत की दुकान के नाम पर सनातन धर्म के खिलाफ नफरत का सामान क्यों बेचा जा रहा है ?
नड्डा ने कहा कि यह नफरत का मेगा मॉल सिर्फ सत्ता के लिए है- बांटो और राज करो।