चेन्नई: तमिलनाडु के सीएम और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम प्रमुख एमके स्टालिन ने शरद पवार से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख पद छोड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।
स्टालिन ने ट्वीट करते हुए लिखा, "आगामी 2024 के आम चुनावों के आसपास केंद्रित राष्ट्रीय राजनीति के साथ मैं शरद पवार, सबसे बड़े नेताओं में से एक, भारत भर में धर्मनिरपेक्ष गठबंधन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण, एनसीपी प्रमुख के अध्यक्ष पद को त्यागने और एनसीपी का नेतृत्व जारी रखने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध करता हूं।"
पवार ने मंगलवार को उस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था, जिसकी स्थापना उन्होंने 1999 में की थी। उस समय उन्होंने अपना राजनीतिक रास्ता तय करने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी। एक कार्यक्रम में की गई घोषणा ने 24 साल पुरानी राकांपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्तब्ध कर दिया। पवार ने कहा था कि वह राकांपा प्रमुख का पद छोड़ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे हैं।
राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने शुक्रवार को कहा कि राकांपा का नया अध्यक्ष चुनने के लिए गठित की गई एक समिति ने एक प्रस्ताव पारित कर, पार्टी के अध्यक्ष का पद छोड़ने के शरद पवार के फैसले को खारिज कर दिया है। पटेल ने समिति की बैठक के बाद कहा, "समिति ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है। यह प्रस्ताव पवार के पद छोड़ने के फैसले को खारिज करता है और उनसे पार्टी का अध्यक्ष बने रहने का आग्रह करता है।"
राकांपा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा करने के बाद दो मई को पवार ने पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने के लिए एक समिति का गठन किया था जिसमें उनके भतीजे अजीत पवार, पुत्री सुप्रिया सुले, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल शामिल थे।