मुंबईः निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की एनआईए हिरासत तीन अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। सचिन वाझे ने एनआईए अदालत को बताया कि अंबानी सुरक्षा मामला में मुझे बलि का बकरा बनाया गया है, मेरा इस मामले से कोई लेना देना नहीं।
मनसुख हिरन गत पांच मार्च को ठाणे में एक क्रीक में मृत पाए गए थे। उससे कुछ दिन पहले हिरन ने दावा किया था कि दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास जो स्कॉर्पियो मिली थी वह उसके पास से चोरी हो गई थी। अंबानी के घर के बाहर मिले उक्त वाहन में विस्फोटक सामग्री मिली थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिरन मामले की जांच 20 मार्च को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी थी।
मनसुख हिरन की हत्या के मामले में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बुधवार को हिरासत में ले लिया। एक अधिकारी ने बताया कि एनआईए ने दोनों निलंबित पुलिसकर्मियों विनायक शिंदे और क्रिकेट सटोरिया नरेश गौड़ को हिरासत में लिया। अधिकारी ने कहा, ‘‘एनआईए के सात से आठ अधिकारी यहां एटीएस के दफ्तर में पहुंचे और दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया।’’
हिरन की पत्नी ने आरोप लगाया था कि वाझे कुछ समय से उसी एसयूवी का उपयोग कर रहे थे और उनके पति की मृत्यु में उसकी भूमिका है। इस सप्ताह की शुरुआत में एटीएस ने दावा किया था कि हिरन हत्याकांड में वाझे प्रमुख आरोपी है।