पटना: बिहार में चल रहे सियासी संग्राम के बीच भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नीतीश कैबिनेट के सहयोगी और राजद कोटे से मंत्री सुरेंद्र यादव के कारनामों का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि यादव सहित तमाम अन्य नेताओं पर, जो कई गंभीर आपराधिक आरोपों से घिरे हुए हैं। नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्रिमंडल में जगह देकर बिहार को शर्मसार करने का काम किया है।
इसके साथ ही मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि आप ऐसे लोगों को शामिल कर सुशासन कैसे स्थापित करेंगे? सुशील मोदी ने सुरेंद्र यादव के ऊपर तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा अपराधिक मामले का खुलासा करते हुए कहा कि गया में सुरेंद्र यादव के नाम से लोग डर जाते हैं। लेकिन उन्हें नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में जगह दी है।
सुशील मोदी ने कहा कि मंत्री सुरेंद्र यादव बाल यौन अपराध, महिला आरक्षण बिल की कापी संसद में फाड़ने वाले, अतुल अपहरण कांड, मेडिकल छात्रों पर फायरिंग, तिलकुट व्यापारियों से हिंसक झड़प, कांग्रेस के पूर्व विधायक की निर्मम पिटाई के आरोपी हैं। उन्होंने सुरेंद्र यादव का रांची के प्रेम प्रकाश से भी संबंध बताया है। प्रेम प्रकाश पटना में एसबीआई के पदाधिकारी थे। राजनेताओं की काली कमाई का पैसा वहां जमा था, जिसे लेकर प्रेम फरार हो गया।
तब सुरेन्द्र ने ही प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद प्रेम के छोटे भाई अतुल प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन अतुल को पटना की जगह गया के रास्ते आने वाले ट्रैन पर बैठा दिया गया था और स्टेशन पर ट्रेन रोककर उसे उतार लिया गया। सुरेन्द्र यादव ने चार दिनों तक उसे अपने घर पर रखा और प्रताड़ित किया। इसको लेकर सुरेन्द्र को इस्तीफा देकर जेल जाना पड़ा था। इस घटना ने पूरे बिहार को हिला दिया था।
सुशील मोदी ने सुरेन्द्र यादव से जुड़े मामलों को बिंदुवार बताते हुए कहा कि 15 जून, 2018 को एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़ित लड़की को मगध मेडिकल कॉलेज में मेडिकल जांच हेतु लाया गया। सुरेंद्र यादव सहित 25-30 लोगों ने पीड़ित नाबालिग लड़की जो पुलिस संरक्षण में थी जबर्दस्ती उसे गाड़ी से उतारकर उसका बयान लेना चाहा और इस दौरान उसका चेहरा उजागर कर दिया। यह मामला बाल यौन अपराध से जुड़ा है। इस मामले में सुरेंद्र यादव पर पॉक्सो एक्ट की धारा 13 के तहत मामला दर्ज हुआ।
मामले में सुरेंद्र यादव चार्जशीटेड है, जमानत पर है, चार्ज फ्रेम हो चुका है और मामले का ट्रायल चल रहा है। उन्होंने कहा कि सुरेन्द्र यादव अतुल अपहरण कांड का भी आरोपी है। इस मामले का खुलासा करने में शिवानंद तिवारी ने अहम भूमिका थी। वहीं, मगध मेडिकल कॉलेज में सुरेंद्र यादव की जूनियर डॉक्टर से झड़प हो गई थी, जिसके बाद उनके बॉडीगार्ड ने फायरिंग कर दी। इस दौरान जूनियर डॉक्टर घायल हो गये थे।
सुशील मोदी ने कहा कि सुरेंद्र यादव ने 1998 में महिला आरक्षण बिल को भी तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी के हाथ से लेकर फाड़ दिया था। ईडी ने सुरेंद्र यादव के भाई राजकुमार उर्फ मंटू यादव की 26 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया था। जहरीली शराब पीने से जिन बीस लोगों की मौत हुई थी। उस शराब माफिया का संबंध उनके भाई से था।