पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा है कि ब्लॉक मुख्यालयों को विभिन्न राज्यों से प्रदेश लौच रहे लोगों के लिए क्वारंटाइन केंद्र बनाया जा रहा है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों को 21 दिनों तक ब्लॉक मुख्यालयों में क्वारंटाइन कराया जाएगा। इस दौरान उन्हें खाने के लिए बर्तन, नहाने के लिए कुछ जरुरी सामान और गमछे दिए जाएंगे।
दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से इजाजत मिलने के बाद देश भर में विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूर और छात्रों को अपने प्रदेश लौटाने की कोशिश तमाम राज्य सरकारें करने लगी ही। कई जगहों से चरणबद्ध तरीके से प्रवासी मजदूरों के लिए ट्रेन भी शुरू किये जा रहे हैं।
इससे पहले सुशील मोदी ने केंद्र सरकार से अपील की थी कि इन लोगों को वापस लाने के लिए कुछ विशेष ट्रेनें चलाई जाएं। मोदी ने इसी मुद्दे को लेकर एक ट्वीट भी किया था।
वहीं, शुक्रवार (1 मई) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के बिहार आने को लेकर एक बैठक की थी। इस बैठक के दौरान सीएम ने बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के बिहार आने की संभावना को देखते हुए प्रखण्ड एवं पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पर पूरी तैयारी रखने और गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे।