मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में मेल-मिलाप और सियासत की बाजीगरी अब भी चल रही है। महाराष्ट्र सरकार के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज सुबह महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे के साथ बैठक की। इसके बैठक के बाद महाराष्ट्र की सियासत में कयासबाजी लगने लगी कि भाजपा नेता देंवेंद्र फड़नवीस नई सरकार को मजबूत बनाने के लिए राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को शिंदे सरकार में मंत्री बन सकते हैं।
यानी एक भाजपा बड़े ठाकरे को दूर रखने के लिए छोटे ठाकरे की मदद ले सकती है। इस कयासबाजी के बीत एनसीपी मुखिया शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने चुटकी ली है।
सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "किसी भी सरकार की प्रतिष्ठा और उपलब्धि तो उसके काम से मिलती है। इसलिए नहीं मिलती है कि कोई किसी के घर पर जाए। 105 विधायकों वाला नेता उस नेता के घर जा रहा है, जिनके पास महज एक विधायक है।"
इसके साथ ही सुले ने यह भी कहा, "महाराष्ट्र की सियासत में अब जो हो रहा है, उससे आम आदमी का कोई भी भला नहीं होगा। यह सरकार केवल अपने स्वार्थों को पूरा करने के लिए बनी है।"
मालूम हो कि आज सुबह ही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा शिंदे सरकार के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस मनसे प्रमुख राज ठाकरे के आवास 'शिवतीर्थ' पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच काफी लंबी बात हुई।
हालांकि मीटिंग के बाद दोनों नेताओं और उनकी पार्टियों की ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है। उसके बावजूद इस मुलाकात को नई सरकार के विस्तार और शिवसेना को सूबे की सियासत में ठिकाने लगाने के क्रम में देखा जा रहा है।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस द्वारा एकनाथ शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करने के बाद पत्र भेजकर प्रशंसा की। ठाकरे ने अपनी चिट्ठी में लिखा था, "आपने डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करके दिखा दिया कि पार्टी और उसका आदेश किसी भी व्यक्ति की आकांक्षाओं से बड़ा है। आपकी पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता की तारीफ होनी चाहिए।"
इसके साथ मनसे प्रमुख ने यह भी लिखा कि आपके द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री रहने के बावजूद डिप्टी सीएम का पद स्वीकारने को सभी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी हमेशा याद रखेंगे।"