सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन शनिवार शाम (13 जनवरी) चार सबसे सीनीयर जजों जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कूरियन जोसेफ से 'सुप्रीम कोर्ट vs सीजेआई' मुद्दे पर मुलाकात करेगा। संभावना जताई जा रही है कि बार एसोसिएशन मुलाकात के दौरान इन चार जजों से इस बारे में बात कर सकता है कि सीनीयर जजों को इस मुद्दे को प्रेस कॉफ्रेंस कर सार्वजनिक करने की बजाय इसे कोर्ट की मीटिंग में उठाकर खत्म करना चाहिए था। वहीं अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि यह सारा विवाद बातचीत से आसानी से जल्द ही सुलझ जाएगा।
बार काउंसिल के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने कहा है कि रोस्टर जैसे छोटे मामले को लेकर प्रेस कांफ्रेंस करना दुखद है। हमने आज शाम 5 बजे मीटिंग बुलाई है। कल सुबह हमारे डेलिगेशन चारों जजों, सीजेआई और अन्य जजों से मिलेंगे। उनसे गुजारिश करेंगे कि वे ऐसे मामलों को इस तरह जनता के सामने ना लाएं।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कुछ चीजें नियंत्रण के बाहर हो गई हैं। इसलिए उनके पास मीडिया में बात करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। ये चारों जज सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ पांच न्यायधीशों में शामिल हैं।
वहीं जस्टिस रंजन गोगोई ने जानकारी देते हुए बताया कि मामला सीबीआई जज बीएच लोया के मामले से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, "हमने मुख्य न्यायाधीश को समझाने की कोशिश की कि कुछ चीजें सही नहीं चल रही हैं और उन्हें सुधारवादी कदम उठाना चाहिए लेकिन दुर्भाग्यवश हमारी कोशिश विफल रही।"