मिड डे मील के समय स्कूलों में गीत बजाने का सुझाव, इससे बच्चों में ठहराव और शांति की भावना विकसित होगी
By भाषा | Updated: October 9, 2019 14:11 IST2019-10-09T14:11:17+5:302019-10-09T14:11:17+5:30
एनसीईआरटी द्वारा विद्यालयों के कला शिक्षकों के लिये तैयार किये गए 84 पन्नों वाले ‘आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग’ (एआईएल) दिशानिर्देश में कहा, ‘‘ अध्ययन में पाया गया है कि संगीत से बच्चों की ग्रहणशीलता बेहतर होती है। इससे ठहराव और शांति की भावना भी विकसित होती है।’’

स्कूलों को मध्याह्न भोजन बांटते समय या भोजनावकाश में उम्र के मुताबिक गीत बजाने का सुझाव दिया है।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने सकारात्मक और हर्षित माहौल बनाने के लिए स्कूलों को मध्याह्न भोजन बांटते समय या भोजनावकाश में उम्र के मुताबिक गीत बजाने का सुझाव दिया है।
एनसीईआरटी द्वारा विद्यालयों के कला शिक्षकों के लिये तैयार किये गए 84 पन्नों वाले ‘आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग’ (एआईएल) दिशानिर्देश में कहा, ‘‘ अध्ययन में पाया गया है कि संगीत से बच्चों की ग्रहणशीलता बेहतर होती है। इससे ठहराव और शांति की भावना भी विकसित होती है।’’
उसने कहा, ‘‘ स्कूलों को मध्याह्न भोजन बांटते समय या भोजनावकाश में सकारात्मक और हर्षित माहौल बनाने के लिए स्कूलों को उम्र के मुताबिक गीत बजाने चाहिए।’’ दिशा-निर्देश 34 नगर निगम स्कूलों में किए गए एक साल के अध्ययन के आधार पर जामिया मिलिया इस्लामिया के साथ मिलकर शिक्षकों के एक दल ने तैयार किए हैं।