दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तमिलनाडु में सत्ताधारी पार्टी डीएमके पार्टी के प्रमुख और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। भाजपा नेता स्वामी के मुताबिक सीएम स्टालिन किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। इसके साथ ही स्वामी ने बतौर तमिल होने के एक सलाह भी दी है कि सीएम स्टालिन की पत्नी को मुख्यमंत्री के पद पर बैठाने का समय आ गया है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले में ट्वीट करके कहा, "अब समय आ गया है कि स्टालिन की पत्नी सुश्री दुर्गा को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। वह मंदिर जाने वाली हिंदू हैं, शिक्षित और दृढ़ महिला हैं। स्टालिन को बार-बार खून चढ़ाना पड़ता है और जल्द ही लंदन जाना है। इसलिए एक तमिल के रूप में मैं इस बदलाव का सुझाव दे रहा हूं।"
स्वामी के इस कथन से पता चल रहा है कि 70 साल के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन किसी भयानक बीमारी से जूझ रहे हैं लेकिन न तो मुख्यमंत्री स्टाटिल और न ही उनकी पार्टी डीएमके की ओर से इस तरह का कोई बयान नहीं आया है, जिससे सुब्रमण्यम स्वामी के बयान की पुष्टि हो सके। बहरहाल स्वामी के ट्वीट में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की पत्नी दुर्गा को मुख्यमंत्री बनाये जाने की मांग बेहद रोचक है।
सीएम स्टालिन की पत्नी दुर्गा उस समय चर्चा में आयी थीं, जब 7 मई 2021 को एमके स्टालिन ने तमिलनाडु राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो उस वक्त दर्शक दीर्घा में बैठी दुर्गा रोने लगी थी। सोशल मीडिया पर उस समय मुख्यमंत्री की पत्नी दुर्गा के रोने का वीडियो वायरल हुआ था।
वैसे सुब्रमण्य स्वामी द्वारा कही गई यह बात की दुर्गा स्टालिन बेहद धार्मिक हैं ये बात तो काफी हद सही है लेकिन इसके साथ ही मंदिरों में पूजा-पाठ के दौरान वो कई बार विवादों में फंस चुकी हैं। ऐसा ही एक वाकया दिसंबर 2022 में हुआ था, जब दुर्गा स्टालिन चेन्नई के त्यागराज स्वामी मंदिर में दर्शन के लिए गई थीं। उस वक्त वहां पर तेज बारिश हो रही थी और बारिश से बचने के लिए उन्होंने उस छतरी का प्रयोग किया था, जिसे मंदिर के देवता के लिए इस्तेमाल किया जाता है। दुर्गा द्वारा छतरी का इस्तेमाल किये जाने से भारी विवाद खड़ा हो गया था।
मुख्यमंत्री की पत्नी दुर्गा स्टालिन द्वारा देवता की छतरी का प्रयोग किया जाने को लेकर विपक्षी दलों ने भी डीएमके सरकार और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को घेरा था। विपक्ष का आरोप था कि सीएम परिवार के सदस्यों को खुलेआम वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता है।
वहीं बीते 1 मार्च को जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने अपना 70वां जन्मदिन मनाया था तो उनकी पत्नी दुर्गा स्टालिन ने उनके लंबे स्वास्थ्य के लिए थिरुक्कडाइयूर मंदिर में उनके नाम से भीमरथ शांति यज्ञ कराया था। दुर्गा स्टालिन द्वारा वहां किया गया यज्ञ भी विवादित हो गया था क्योंकि यज्ञ के दौरान मंदिर के मंडपम में अन्य श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित कर दिया गया था। मंदिर समेत पूजा स्थल पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी।
दरअसल दुर्गा स्टालिन की धार्मिक कार्यों पर विपक्षी दल कई बार चुटकी ले चुके हैं क्योंकि डीएमके खुद को हिंदू आडंबर और पूजा-पाठ से दूर 'तर्कवादी' पार्टी के तौर पर प्रचारित करती है। डीएमके ईवी रामासामी नायकर के सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी मानी जाती है और डीएमके में ए राजा जैसे कई नेता अक्सर हिंदू धर्म पर तीखा प्रहार करते हुए देखे जाते हैं।