नई दिल्ली: भारत और चीन का सीमा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार (7 सितंबर) देर रात भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई है। ऐसा दावा चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने किया है। चीन ने भारतीय सैनिकों पर सीमा पार करने और फायरिंग करने का आरोप लगाया है। इसी बीच मंगलवार (8 सितंबर) की सुबह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि चीन से अब और बातचीत की क्या जरूरत है। सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि ये हमारे संकल्प को कम करता है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा, आखिर क्यों 'विदेश मंत्री जयशंकर मॉस्को में अपने चीनी समकक्ष से मिलना चाहते हैं, खासतौर पर रक्षा मंत्रियों से मुलाकात के बाद? 5 मई 2020 के बाद से भारत के पास चीन से विदेश नीति पर कोई विवाद सुलझाने की जरूरत नहीं है। इसलिए पीएम को विदेश मंत्री से अपनी यात्रा रद्द करने के लिए कहना चाहिए। यह हमारे संकल्प को कम करता है।
शुक्रवार 4 सितंबर को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही ने भारत-चीन सीमा क्षेत्र के साथ भारत-चीन संबंधों पर मास्को में बैठक की। पूर्वी लद्दाख में मई में सीमा पर हुए तनाव के बाद से दोनों देशों की ओर से यह पहली उच्च स्तरीय आमने-सामने की बैठक थी। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल गतिरोध दूर करने के लिए चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ टेलीफोन पर बातचीत कर चुके हैं।
चीन का दावा- सोमवार देर रात एलएसी (LAC) से भारतीय सैनिकों ने फायरिंग की
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, 'भारतीय सेना ने पैंगोंग सो झील के दक्षिणी छोर के पास शेनपाओ की पहाड़ी पर एलएसी (LAC) को पार किया। भारतीय जवानों ने बातचीत की कोशिश कर रहे पीएलए (PLA) के बॉर्डर पट्रोल से जुड़े सैनिकों पर वार्निंग शॉट फायर किए जिसके बाद चीनी सैनिकों को हालात काबू में करने के लिए कदम उठाने पड़े।'
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सेना के वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता के हवाले से लिखा है, सोमवार (7 सितंबर) देर रात भारतीय सैनिकों की ओर से कथित "उकसावे" की कार्रवाई की गई जिससे चीनी सैनिकों की ओर से जवाबी कार्रवाई की गई। चीन ने दावा किया है कि ये मामला लद्दाख के पैंगोंग सो झील के दक्षिणी छोर पर स्थित एक पहाड़ी पर हुई है।