कर्नाटकः सुब्रमण्यम स्वामी का प्रकाश राज को खुला चैलेंज- मुझ पर मुकदमा कर के देख, तुझे सबक सिखा दूंगा
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 5, 2018 06:22 PM2018-05-05T18:22:18+5:302018-05-05T18:58:10+5:30
कर्नाटक चुनावों में प्रकाश राज जमकर जनसभाएं कर रीहे हैं और बीजेपी खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
नई दिल्ली, 5 मईः भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद सुब्रमण्यम ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 को लेकर चल रहे एक टीवी चैनल के वाद-विवाद प्रोग्राम में अभिनेता प्रकाश राज को खुली चुनौती दी। स्वामी ने कहा कि अगर प्रकाश उनके ऊपर कोई मुकदमा दर्ज करा देते हैं तो वे प्रकाश राज को सबक सिखा देंगे।
टाइम्स नाऊ में हुई इस डिबेट में ऐसे कई मौके आए जब अभिनेता प्रकाश राज और नेता सुब्रमण्यम स्वामी के बीच तीखी नोक-झोक हुई। एक मौका आया जब स्वामी ने प्रकाश के बारे में कहा- लोग तुम्हें एक फिल्म अभिनेता के तौर पर जानते हैं, उसमें भी विलेन के तौर पर, आप वही हैं। इसे बाद उन्होंने प्रकाश राज को सिनेमा जगत का रोग बताया।
इससे पहले कार्यक्रम को होस्ट कर रहे टाइम्स नाऊ के एडिटर इन चीफ राहुल शिवशंकर ने प्रकाश राज को उमर खालिद के साथ मंच सांझा करने को लेकर घेरा। इस पर प्रकाश राज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बैंक घोटाला आरोपी नीवर मोदी के साथ मंच साझा करने का सवाल उठाया। साथ ही जवाब दिया कि वह मंच पर कुछ सेकेंड के लिए थे और वे गौरी लंकेश की हत्या संबंधी मामले बोलने के लिए गए थे। और मंच वे येदियुरप्पा के साथ साझा कर चुके हैं।
इसके बाद टीवी होस्ट ने स्वामी से बीफ बैन पर सवाल पूछा। इसपर स्वामी ने संविधान की धाराओं का हवाला देकर कहा कि यह संवैधानिक है। इसमें जब प्रकाश राज ने मेघालय में बीफ बैन ना करने पर पूछा तो स्वामी ने वहां की गायों को भारतीय गायें ना होने का हवाला दिया।
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इसके बाद जब होस्ट ने स्वामी को राजस्थान के एक विधायक का यह बयान याद दिलाया कि मैं इसलिए कानून अपने हाथ में ले रहा हूं क्योंकि ये गो-तस्कर हैं। अगर गायों की बात आएग तो मैं आगे भी ऐसा करूंगा।
आप इंडियन एक्सप्रेस की खबर पर भरोसा कर रहे हैं। मैंने इस पर पहले बताया है कि मुझे भरोसा नहीं कि हमारे विधायक ने ऐसा कहा है। फिर अगर उसने ऐसा कहा है और किया है तो कांग्रेसी चुप हैं? वे कोई एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराते उसके खिलाफ। अगर सरकार प्रदर्शन नहीं कर रही है तो क्यों आप उस पर दबाव नहीं बना रहे। मुझे सौ में 99 बार ऐसी चीजें मीडिया के जरिए पता चलती हैं। विपक्ष पर कुछ काम नहीं करता। घटनाओं के पता चलने के बाद मैं ऐसी घटनाओं की जांच करता हूं, इसके बाद उस पर कार्रवाई करता हूं।- होस्ट के सवाल के जवाब में स्वामी ने कहा
इसके बाद होस्ट ने प्रकाश राज से अब तक चुप रहने के बारे में जवाब मांगा। आखिर अब जब उनकी उम्र 50 साल पार कर रही है तो अचानक उन्हें सबकुछ गलत होता क्यों दिख रहा है। क्या अभी तक सबकुछ ठीक था। इसके जवाब में प्रकाश राज ने कहा हां, उन्हें मुद्दे उठाने में थोड़ी देर हो गई। क्योंकि पहले उनकी बातों को लोग नहीं सुन रहे थे। लेकिन अब लोग सुन रहे हैं। इस पर वे थोड़े नाराज हुए। होस्ट उनसे उनके साल 2010 के एक बयान के बारे में पूछा था। (जरूर पढ़ें: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018: नये सर्वे में कांग्रेस को 74 सीटें, बीजेपी 100 के पार)
इसी दौरान होस्ट के बाबरी विध्वंश याद दिलाने पर स्वामी ने कहा कि हम संविधान का पालन करते हैं। उन आरोपियों पर कोर्ट की कार्रवाई कर चल रही है। बल्कि कांग्रेस सरकारों ने इस पर उदासीनता बरती रही। साथ ही उन्होंने इस सवाल पूछा कि जब मुस्लिम शासकों ने हमारे यहां के हजारों मंदिर गिरा दिए तो आपने उस पर अब तक कोई सवाल नहीं पूछा। इस दौरान प्रकाश ने दूसरा सवाल उठाया- क्या जो मुस्लिम शासकों ने किया वही आप भी करेंगे?
इस बात आगे बढ़ी तो प्रकाश राज ने स्वामी को नसीहत दे डाली कि आपको कम से कम ऐसे आपराधिक मामलों को डिफेंस करना बंद कर देना चाहिए। इसी के जवाब में स्वामी ने कहा कि मेरे खिलाफ एक आपराधिक मामला नहीं। अगर तुम समझते हो तो मुझ पर मुकदमा दर्ज कर के दिखाओं मैं तुम्हें सबक दिखा दूंगा।