तीन दिन पहले अपने छात्रावास के कमरे में कथित रूप से आत्महत्या करने वाली आईआईटी मद्रास की 18 वर्षीय छात्रा का परिवार मंगलवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से मिला और उसकी मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की।
चेन्नई में पुलिस ने कहा था कि मानविकी विषय में स्नातक पाठ्यक्रम की प्रथम वर्ष की छात्रा फातिमा लतीफ ने छत के पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। फातिमा के पिता अब्दुल लतीफ ने विजयन से तिरुवनंतपुरम में विधानसभा परिसर में मुलाकात की।
लतीफ पिछले 25 वर्षों से सऊदी अरब में काम कर रहे हैं। लतीफ ने बाद में कोल्लम में संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री ने परिवार को आश्वासन दिया कि इस मामले को राज्य के मुद्दे के तौर पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रधानमंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री, डीजीपी, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को ज्ञापन भेजा गया है।
इस बीच, चेन्नई पुलिस कमिश्नर एके विश्वनाथन IIT मद्रास की छात्रा फातिमा लतीफ आत्महत्या मामले में कहा कि मैंने घटनास्थल का दौरा किया और सच्चाई का पता लगाने के लिए कई लोगों की जांच की। यह मामला जांच के लिए केंद्रीय अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया है।
चेन्नई पुलिस कमिश्नर एके विश्वनाथन IIT मद्रास की छात्रा फातिमा लतीफ आत्महत्या मामले पर कहा कि एक टीम बनाई जाएगी, जो अतिरिक्त आयुक्त और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बेहतर ध्यान और ध्यान देगी।
आईआईटी मद्रास की छात्रा फातिमा लतीफ खुदकुशी मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक छात्रा के पिता अब्दुल लतीफ ने आईआईटी मद्रास के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर फातिमा लतीफ का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
मृतक छात्रा के परिजनों का दावा है कि आईआईटी प्रोफेसर लगातार फातिमा का उत्पीड़न कर रहा था, जिसके चलते उसकी गरिमा को ठेस पहुंची थी। अब्दुल लतीफ ने आरोप लगाया कि आईआईटी कैंपस में भी लोगों ने फातिमा की मौत को लेकर विरोधाभाषी बयान दिया है और आईआईटी ने मामले में पर्दा डाला है।