व्यर्थ की बयानबाजी की बजाय संगठन को मजबूत करें सिब्बल: दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष

By भाषा | Updated: January 18, 2021 22:40 IST2021-01-18T22:40:42+5:302021-01-18T22:40:42+5:30

Strengthen organization rather than futile rhetoric: Delhi Congress president | व्यर्थ की बयानबाजी की बजाय संगठन को मजबूत करें सिब्बल: दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष

व्यर्थ की बयानबाजी की बजाय संगठन को मजबूत करें सिब्बल: दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष

नयी दिल्ली, 18 जनवरी कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के हालिया बयान को लेकर सोमवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि सिब्बल को व्यर्थ की बयानबाजी करने की बजाय संगठन को मजबूत बनाने के लिए काम करना चाहिए।

कुमार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर उस समय निशाना साधा जब सिब्बल ने एक साक्षात्कार में कहा कि पार्टी के भीतर संगठन के चुनाव को लेकर अस्पष्टता है।

कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘सिब्बल जी लगातार बयानबाजी करते रहते हैं लेकिन सिर्फ बयानबाजी से संगठन मजबूत नहीं होगा।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘10 महीनों में वो कितनी बार प्रदेश कार्यालय आए? वो चांदनी चौक से सांसद रहे हैं, वहां कांग्रेस को मजबूत करने के लिए उन्होंने क्या किया? व्यर्थ की बयानबाजी की जगह संगठन मजबूत करने के लिए काम करें।’’

कुमार ने कहा, ‘‘10 महीने से मैं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में बैठ रहा हूं और सड़कों पर संघर्ष कर रहा हूं। चांदनी चौक से पीसीसी कार्यालय पर रोज सैकड़ों कार्यकर्ता,आम जनता और तो और चुने हुए प्रतिनिधि आते हैं। सबकी शिकायत रहती है कि बड़े लोग सांसद,मंत्री बनते हैं पर हारने के बाद संगठन और जनता को भगवान भरोसे छोड़ देते हैं।’’

उन्होंने यह भी पूछा, ‘‘पिछले 10 महीनों में उन्होंने कांग्रेस संगठन के लिए क्या किया? कितने मुद्दे उठाये? माननीय पूर्व सांसद कितनी बार चांदनी चौक गए? फिर संगठन पर प्रश्न खड़े करते हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Strengthen organization rather than futile rhetoric: Delhi Congress president

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे