शिवाजी महाराज की प्रतिमा के विरूपण के बाद बेलगावी में पथराव, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में ठनी

By भाषा | Updated: December 18, 2021 22:43 IST2021-12-18T22:43:53+5:302021-12-18T22:43:53+5:30

Stone pelting in Belagavi after the defacement of Shivaji Maharaj's statue, clashed in Maharashtra and Karnataka | शिवाजी महाराज की प्रतिमा के विरूपण के बाद बेलगावी में पथराव, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में ठनी

शिवाजी महाराज की प्रतिमा के विरूपण के बाद बेलगावी में पथराव, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में ठनी

बेलगावी/मुंबई18 दिसंबर बेंगलुरु में शिवाजी महाराज की प्रतिमा के कथित विरूपण के बाद उपद्रवी तत्वों ने स्वतंत्रता सेनानी संगोली रायन्ना की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी तथा शनिवार को एकबार फिर कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच ठन गयी।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार रात की इन घटनाओं की निंदा की जबकि महाराष्ट्र के उनके समकक्ष उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ‘कन्नड़ अत्याचार’ और ‘विकृत मानसिकता’ पर रोक लगाने के लिए दखल देने की मांग की।

ठाकरे ने कर्नाटक से इस कथित घटना को लेकर तत्काल कार्रवाई करने को भी कहा। महाराष्ट्र में सतारूढ़ दल शिवसेना एवं अन्य संगठनों ने प्रदर्शन किया।

महाराष्ट्र में कर्नाटक के पंजीकरण वाले वाहनों पर हमले और उन्हें विरूपित करने की खबरों के बीच बोम्मई ने शनिवार को कहा कि वहां कानून व्यवस्था बनाये रखना और इस तरह की घटनाओं को रोकना पड़ोसी राज्य की सरकार का दायित्व है।

बेंगलुरु में शिवाजी महाराज की प्रतिमा कथित रूप से विरूपित किये जाने बाद बेलगावी में उपद्रवी तत्वों ने स्वतंत्रता सेनानी संगोली रायन्ना की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी एवं सरकारी वाहनों पर पथराव किया। कर्नाटक पुलिस के सूत्रों ने कहा कि इन मामलों के संबंध में 27 लोग गिरफ्तार किये गये हैं।

बेलगावी में कर्नाटक विधानमंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है। ऐसे में पुलिस ने अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिये शनिवार को यहां निषेधाज्ञा लगा दी।

बेलगावी को लेकर सीमा विवाद के चलते कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच दशकों के टकराव को इन घटनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है।

बोम्मई ने कहा, ‘‘शिवाजी महाराज, संगोली रायन्ना और कित्तूर चेन्नमा योद्धा हैं, जिन्होंने देश के लिए लड़ाई लड़ी, यदि उनके नाम पर हम आपस में लड़ना एवं बांटना शुरू कर देते हैं तो उनके प्रति यह बड़ा अपकार होगा। किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को लोगों को हिंसा तथा कानून व्यवस्था को अपने हाथों में लेने के लिए उकसाना नहीं चाहिए ।’’

वह शिवसेना सांसद संजय राउत के एक बयान के सिलसिले में पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब दे रहे थे।

शिवाजी की प्रतिमा के साथ कथित तोड़फोड़ वाला वीडियो सामने आने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत मराठाओं से एकजुट होने की अपील की थी।

कर्नाटक के गृह मंत्री ए.ज्ञानेंद्र ने कहा , ‘‘ पुलिस से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। मराठी और कन्नड़ भाषी लोग बेलगावी में शांतिपूर्ण तरीके से रह रहे हैं, लेकिन कुछ उपद्रवी तत्व माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।’’

शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने कहा, ‘‘शिवाजी महाराज न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश के लिए देवतुल्य हैं और मराठा साम्राज्य के संस्थापक का कोई भी अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कर्नाटक सरकार को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश देना चाहिए। इस घटना (कथित प्रतिमा विरूपण) को हल्के में नहीं लिया जा सकता। सालों से कर्नाटक में मराठी भाषी उत्पीड़न सह रहे हैं। अब छत्रपत्रि शिवाजी की प्रतिमा का विरूपण किया जा रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि मराठा अस्मिता को चोट पहुंचाना महंगा साबित होगा। केंद्र को दोहरा रवैया छोड़ देना चाहिए एवं कड़े कदम उठाने चाहिए।’’

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में कहा था कि जब भी भारत की संस्कृति को कुचला गया, छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे योद्धा पैदा हुए। लेकिन मोदी की टिप्पणी के कुछ ही दिनों बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित कर्नाटक में शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर हमला किया गया। कार्रवाई करने के बजाए मराठी लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है। यह निंदनीय है।’’

राकांपा नेता और महराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि भाजपा ने बस अपने चुनाव प्रचार के लिए शिवाजी का इस्तेमाल किया।

राष्ट्र नायकों और देशभक्त नेताओं की प्रतिमाओं को विरूपित करने के रवैये को गलत बताते हुए बोम्मई ने कहा कि ऐसे नेता प्रत्येक समुदाय के होते हैं और उनका सम्मान किया जाना चाहिए।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘जब विधानसभा का सत्र चल रहा है तो इस घटना के समय सहित कई पहलुओं जांच की जाएगी।’’

संगोली रायन्ना सेने शिवराज होलीमठ के अध्यक्ष ने शनिवार को तिलकवाड़ी पुलिस में शिकायत दर्ज करायी कि दक्षिण बेलगावी के अंगोल में उनके घर के सामने रखी संगोली रायन्ना की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी गयी है। यह प्रतिमा अभी स्थापित नहीं की गयी थी।

उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अज्ञात लोगों ने शुक्रवार रात को प्रतिमा क्षतिग्रस्त की और जब उन्होंने शोर मचाया तो वे भाग गये।

पुलिस ने बताया कि प्रतिमा को तिलकवाड़ी थाने लाया गया है और इलाके में पुलिस बल को तैनात किया गया है।

पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, सिद्धरमैया, एच डी कुमारस्वामी, कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार समेत अन्य नेताओं ने इन घटनाओं की निंदा की है।

पुलिस आयुक्त कार्यालय के अनुसार, बेलगावी पुलिस ने इलाके में 18 दिसंबर को सुबह आठ बजे से 19 दिसंबर को शाम छह बजे तक दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है। इस इलाके में बेलगावी तालुका भी आता है।

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Web Title: Stone pelting in Belagavi after the defacement of Shivaji Maharaj's statue, clashed in Maharashtra and Karnataka

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