चेन्नई: डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बीते शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को घेरते हुए सवालिया लहजे में पूछा कि उन्होंने और उनकी पार्टी भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बीते नौ वर्षों में तमिलनाडु के लिए क्या किया है।
सीएम स्टालिन ने अमित शाह द्वारा 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी के सिलसिले में 11 जून को प्रस्तावित यात्रा के मद्देनजर कहा कि क्या गृहमंत्री तमिलनाडु दौरे पर कोई योजना भी तैयार करके लाएंगे। डीएमके प्रमुख की यह टिप्पणी अमित शाह की वेल्लोर में होने वाली जनसभा और तमिलनाडु भाजपा की बैठक के संदर्भ में की गई है।
स्टालिन ने चेन्नई में डीएमके पदाधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, "मैं यह सवाल उनसे पूछ रहा हूं कि केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान तमिलनाडु में कई विशेष योजनाओं का लाभ मिला था। चेन्नई मेट्रो रेल का पहला चरण लागू किया गया था और उस परियोजना में केंद्र सरकार द्वारा खर्च की गई कुल लागत का 11 फीसदी राज्य को दिया गया था।
स्टालिन ने कहा कि यूपीए शासन में तमिलनाडु में 69 महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की गईं। जिसमें तमिल को शास्त्रीय भाषा घोषित किया गया और केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान की स्थापना की गई। इसके अलावा तमिलनाडु में 56,664.21 करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजनाओं को लागू की गई। इसके अलावा सेतुसमुद्रम परियोजना शुरू की गई। नेशनल ऑटोमोटिव टेस्टिंग एंड रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर सेंटर (प्रोजेक्ट) चेन्नई के पास ओरागादम में स्थापित किया गया था। चेन्नई में एक समुद्री विश्वविद्यालय, तिरुवरूर में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित किया गया।
स्टालिन ने कहा, "यूपीए द्वारा किये गये कार्यों की सूची लंबी होती जाएगी लेकिन हम यहां पर चाहते हैं कि अमित शाह भी तमिलनाडु के लिए इस तरह की योजनाओं की सूची पेश करें। क्या वो योजनाओं की कोई सूची देने की क्षमता रखते हैं? उन्हें तमिलनाडु के लिए योजनाओं की सूची देनी चाहिए।"
केंद्र सरकार को घेरते हुए स्टालिन ने कहा कि साल 2015 में राज्य के लिए एम्स परियोजना की घोषणा हुई लेकिन कार्य योजना अभी तक लागू नहीं हुई। स्टालिन ने कहा कि आखिर एम्स की परियोजना अब तक क्यों नहीं लागू की जा सकी?