एमपी के बुंदेलखंड में बनेगा सपा का पावर सेंटर, अखिलेश की पार्टी ने जानिए कहां खरीदी कार्यालय के लिए जमीन
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: December 1, 2023 06:37 PM2023-12-01T18:37:54+5:302023-12-01T18:40:45+5:30
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में चुनाव मैदान में उतरी समाजवादी पार्टी अब अपना नया पावर सेंटर बनाने की तैयारी में है। भोपाल के सरकारी मकान से संचालित होने वाले पार्टी दफ्तर की जगह सपा अब बुंदेलखंड में अपना पावर सेंटर तैयार करने की कोशिश में है। इसके लिए पार्टी ने खजुराहो में जमीन की खरीदी की है।
खजुराहो में सपा का नया पावर सेंटर
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में भी सियासी दर्ज जुट गए हैं विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ कांग्रेस पर हमलावर नजर आए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में खुद का पार्टी कार्यालय बनाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड में अपना राजनीतिक प्रदेश स्तरीय मुख्यालय बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। समाजवादी पार्टी ने छतरपुर के खजुराहो में पार्टी दफ्तर बनाने के लिए जमीन खरीदी है। पार्टी की कोशिश है कि उत्तर प्रदेश से लगे बुंदेलखंड में पार्टी का दफ्तर बनाकर 2024 के चुनाव में रीवा सतना टीकमगढ़ खजुराहो भिंड और मुरैना लोकसभा सीट का चुनाव लड़ा जाए। पार्टी ने राज नगर तहसील जिला छतरपुर में एनएच 39 से लगभग 5 किलोमीटर पर राज नगर -बमीठा रोड पर जमीन की रजिस्ट्री कराई है। पार्टी की तरफ से रजिस्ट्री खरीदार समाजवादी पार्टी ऑफिस लखनऊ उत्तर प्रदेश की ओर से की गई है। खरीददार का नाम सपा के सक्रिय सदस्य उदयवीर सिंह के नाम पर है।
एमपी चुनाव में अकेले दम पर है मैदान में है सपा
एमपी के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अपने बूते पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने यूपी से लगे बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल की विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं । पार्टी का फोकस ग्वालियर चंबल के साथ बुंदेलखंड की लोकसभा सीट पर भी है। विधानसभा चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर उनकी पत्नी डिंपल यादव ने जमकर चुनाव प्रचार किया और अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगी पार्टी अपने पार्टी दफ्तर से रणनीति तैयार करने की कवायद में है और यही वजह है कि लोकसभा चुनाव के पहले सपा ने खजुराहो को अपना एमपी में पावर सेंटर बनाने की तैयारी कर ली है।
भले ही 2024 के चुनाव में इंडिया गठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ा जाए लेकिन मध्य प्रदेश में गठबंधन असरदार होता है तो सपा बुंदेलखंड में अपने उम्मीदवार उतार सकती है। मतलब साफ है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत बनाने की तैयारी में लगी सपा अब लोकसभा चुनाव में भी खुद को मजबूती के साथ उतरने की तैयारी में है।