सैयदराजा: चंदौली की सैयदराजा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सुशील सिंह मतदान के 14वें राउंड की गिनती के बाद सपा प्रत्याशी मनोज सिंह से 1985 वोटों से आगे चल रहे हैं। 14वें राउंड तक सुशील सिंह को 41295 वोट मिले हैं, जबकि सपा के मनोज सिंह को 39318 वोट मिले हैं।
वहीं बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अमित यादव को 19099 वोट और कांग्रेस प्रत्याशी विमला देवी बिंद को 1120 वोट मिले हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सुशील सिंह ने सैयदराजा विधानसभा सीट से ही मौजूदा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मनोज कुमार को 34,037 मतों से हराया था।
साल 2012 के चुनाव में मनोज सिंह बतौर निर्दलीय प्रत्याशी सुशील सिंह के चाचा और माफिया डॉन बृजेश सिंह को हराया था। 7 मार्च को चंदौली जिले में कुल 62.77 फीसदी मतदान हुआ था। वहीं सैयदराजा विधानसभा सीट पर 62.99 फीसदी वोट पड़े थे।
माफिया डॉन बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह बसपा के टिकट पर धानापुर विधानसभा से 2002 में पहली बार चुनाव लड़े थे। उस चुनाव में उन्हें महज 26 मतों से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन 2007 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2012 में सुशील सिंह सकलडीहा विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े और जीतकर विधायक बने।
विधायक सुशील सिंह का परिवार पूर्वांचल में बाहुबल के साथ राजनीति में अच्छीखासी दखल रखता है। इनके पिता और बृजेश सिंह के बड़े भाई उदयनाथ सिंह उर्फ चुलबुल सिंह साल 1995 में पहली बार बनारस से जिला पंचायत सदस्य बने थे। उसके बाद चुलबुल सिंह वाराणसी से ही निर्विरोध एमएलसी चुने गये। विधायक सुशील सिंह की चाची अन्नपूर्णा सिंह और उसके बाद उनके चाचा बृजेश सिंह विधान परिषद के सदस्य बने।
चंदौली जिले की सभी चार विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती जारी है। मौजूदा समय में यहां की तीन सीटों पर बीजेपी, जबकि एक सीट पर सपा का कब्जा है। चंदौली की मुगलसराय सीट से बीजेपी की साधना सिंह विधायक हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने सपा के बाबूलाल को हराया था।
भाजपा ने इस बार के चुनाव में साधना सिंह को टिकट न देकर रमेश जायसवाल को मैदान में उतारा है। वहीं सपा ने चंद्रशेखर यादव, बसपा ने इरशाद अहमद और कांग्रेस ने छब्बू पटेल को प्रत्याशी बनाया। मुगलसराय में तेरहवें राउंड की गिनती के बाद भाजपा को 40296, सपा को 36549, बसपा को 9153 और कांग्रेस को 2595 वोट मिले हैं।
वहीं अगर सकलडीहा सीट की बात करें तो सपा के प्रभुनारायण यादव मौजूदा विधायक हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने बीजेपी के सूर्यमुनि तिवारी को हराया था। इस बार के चुनाव में बीजेपी ने फिर से सूर्यमुनि तिवारी पर दांव खेला है। सपा ने भी एक बार फिर से प्रभु प्रभुनारायण यादव को मैदान में उतारा। बसपा ने जयश्याम त्रिपाठी और कांग्रेस के देवेंद्र प्रताप सिंह को सकलडीहा सीट से टिकट दिया है। सकलडीहा में सातवें राउंड के बाद भाजपा को 15316 वोट, सपा को 24333 वोट, बसपा को 6982 वोट और कांग्रेस को 1169 वोट मिले हैं।
चंदौली जिले की चकिया विधानसभा सीट सुरक्षित है। यहां से बीजेपी के शारदा प्रसाद विधायक हैं। 2017 में उन्होंने बसपा के जितेंद्र कुमार को हराया था। हालांकि इस बार के चुनाव में बीजेपी ने शारदा प्रसाद का टिकट काट दिया था और उनकी जगह कैलाश खरवार को मैदान में उतारा है। सपा ने जितेंद्र कुमार, बसपा ने विकास गौतम आजाद और कांग्रेस ने रामसुमेर राम को टिकट दिया है। चकिया में पांचवें राउंड की गिनती के बाद भाजपा को 14736 वोट, सपा को 11427 वोट, बसपा को 8924 वोट और कांग्रेस को 382 वोट मिले हैं।