पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को लेकर समाजवादी पार्टी (एसपी) के नेता नरेश अग्रवाल ने बुधवार (27 दिसंबर) को विवादित बयान दिया जिसके बाद नया बखेड़ा खड़ा हो गया है और उनकी सपा सांसद की सदस्यता खत्म करने को लेकर मांग उठने लगी है। वहीं, उनके बयान की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कड़ी निंदा की है।
स्वामी ने उठाई सदस्यता खत्म करने की मांग
बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नरेश अग्रवाल को माफी मांगने या नहीं तो संसद सदस्यता खत्म करने सदन से की मांग की है। उन्होंने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री को सदन में अग्रवाल के खिलाफ प्रस्ताव लाना चाहिए और एक कमेटी बनाकर उनकी सदस्यता की समीक्षा करना चाहिए। इसके अलावा बीजेपी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हन ने नरेश अग्रवाल के बयान को लेकर कहा कि राष्ट्र हित के खिलाफ बताया है। इसके अलावा कांग्रेस भी हमेशा पाकिस्तान का पक्ष लेती है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने बताया शर्मनाक
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने नरेश अग्रवाल की टिप्पणी को बेहद शर्मनाक और अवांछनीय बताया है। गिरिराज ने यहां संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जाधव का मामला एक राष्ट्रीय सम्मान का विषय है। नीतिगत मसलों पर विवाद और टीका टिप्पणी तो चलती है लेकिन राष्ट्रीय सम्मान से जुड़े विषयों पर यह राजनीतिक शर्मनाक और अवांछनीय है।
नरेश अग्रवाल की सफाई
हालांकि नरेश अग्रवाल द्वारा दिए गए बयान पर मच बवाल के बाद उन्होंने सफाई दी है कि मैंने कहा था सिर्फ कुलभूषण नहीं, पाकिस्तान की जेल में बंद बाकी हिंदुओं का मुद्दा भी उठाना चाहिए।
नरेश अग्रवाल का बयान
गौरतलब है कि कुलभूषण जाधव के मामले को लेकर नरेश अग्रवाल ने मीडिया से कहा कि किस देश की क्या नीति है वह देश जानता है। अगर उन्होंने (पाकिस्तान) कुलभूषण जाधव को अपने देश में माना है तो वो उस हिसाब से व्यवहार करेंगे। हमारे देश में भी आतंकवादियों से ऐसा ही व्यवहार करना चाहिए, कड़ा व्यवहार करना चाहिए। मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि मीडिया क्यों कुलभूषण जाधव की बात कर रहा है। पाकिस्तान की जेल में सैकड़ों हिंदुस्तानी बंद हैं, सबकी बात करनी चाहिए।