मुंबई: शिवसेना नेता संजय राऊत की टिप्पणी के बाद विवाद के केंद्र में आ गए अभिनेता सोनू सूद ने आज रात मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनके आवास 'मातोश्री' जाकर मुलाकात की। इस अवसर पर पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। प्रवासी मजदूरों को उनके गांव भेजने की पहल को लेकर सूद पिछले कुछ दिनों से चर्चा में आ गए थे। चौतरफा उनके काम की तारीफ हो रही थी।
खुद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी सूद को राजभवन बुलाकर उनकी सराहना की थी। लेकिन, आज शिवसेना नेता संजय राऊत ने पार्टी के मुखपत्र में सूद के काम को लेकर सवाल उठाते हुए लेख लिखा था। राऊत के लेख के बाद इस मुद्दे पर राजनीतिक बवाल हो गया। मुंबई के पालक मंत्री असलम शेख ने सोनू सूद का पक्ष रखते हुए इस विषय पर राजनीति न किए जाने का आह्वान किया।
खुद सूद ने ट्वीट करके अपना पक्ष भी रखा। उन्होंने ट्वीट में कहा, ''प्रवासी मजदूरों के साथ मेरा रिश्ता कई वर्षों का है। प्रवासी मजदूरों के लिए मेरा काम किसी एक राज्य तक सीमित नहीं है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक जिसने मुझसे मदद करने की गुहार लगाई, उस तक पहुंचने का प्रयत्न मैंने किया। हर राज्य की सरकार ने मेरे इस काम में मदद की।'' इसके बाद रात में सोनू सूद मातोश्री पहुंचे। वहां उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ मुलाकात की। इसके बाद संजय राऊत ने ट्वीट किया, ''आखिर सोनू सूद महाशय को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पता मिल गया। मातोश्री पहुंच गए हैं। जय महाराष्ट्र।''
शिवसेना के मुखपत्र ''सामना'' में लिखे अपने साप्ताहिक कॉलम में राउत ने लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के सामाजिक परिदृश्य में अचानक ''महात्मा'' सूद के सामने आने को लेकर सवाल खड़ा किया। उन्होंने 2019 के आम चुनाव से पहले सामने आए सूद के एक स्टिंग ऑपरेशन का भी हवाला देते हुए कहा कि वह भाजपा नीत सरकार के कार्यों को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया खातों के जरिए विभिन्न प्लेटफॉर्म पर प्रचार के लिए तैयार हुए थे।